साइबरन्यूज के शोधकर्ताओं का कथन, दुनियाभर में अरबों लॉग इन जानकारियां ऑनलाइन लीक हुईं


यह संख्या दुनिया की आबादी की तुलना में लगभग दोगुनी है जिससे संकेत मिलता है कि प्रभावित उपभोक्ताओं के एक से अधिक खातों की जानकारी ली गई होगी। साइबरन्यूज के अनुसार यह भी ध्यान देने वाली बात है कि लॉग-इन जानकारी लीक होने की सूचना किसी एक स्रोत से नहीं आई है। यानी ऐसा नहीं है कि किसी एक कंपनी को निशाना बनाकर जानकारी लीक गई हो।ALSO READ: साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए केंद्र से 63.60 करोड़ अनुरोध, गृह मंत्री से मिले पुष्कर सिंह धामी
साइबरन्यूज के अनुसार ऐसा लगता है कि अलग-अलग समय पर डेटा चुराया गया और फिर संकलित करके सार्वजनिक रूप से लीक किया गया। साइबरन्यूज ने कहा कि कई तरह के 'इन्फोस्टीलर्स' इसके लिए सबसे अधिक जिम्मेदार हैं। 'इन्फोस्टीलर' एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो पीड़ित के डिवाइस या सिस्टम में सेंध लगाकर संवेदनशील जानकारी चुरा लेता है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta