कौन बनेगा करोड़पति: पोस्ट ऑफिस की ये दो योजनाएं, रोज 416 रुपये बचाओ, 61,500 रुपये पेंशन पाओ और करोड़पति बनो
यह कोई जादू नहीं, बल्कि सरकार की सुरक्षित योजनाओं का कमाल है। बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह ही पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाएं बिना किसी रिस्क के अच्छा ब्याज देती हैं। आज हम बात करेंगे दो खास योजनाओं की - पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (पीपीएफ) और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (एससीएसएस)। इनमें सही प्लानिंग से आप लंबे समय तक निवेश करेंगे और रिटायरमेंट पर मोटी रकम जुटा लेंगे।
पीपीएफ एक सरकारी योजना है, जो लंबे समय के लिए पैसे बढ़ाने में मदद करती है। इसमें सालाना 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलता है, जो तिमाही आधार पर जोड़ा जाता है। कोई भी व्यक्ति इसमें निवेश शुरू कर सकता है। इसकी मैच्योरिटी 15 साल की है, लेकिन आप इसे 5-5 साल बढ़ा सकते हैं। सबसे अच्छी बात - यह पूरी तरह टैक्स फ्री है। सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है।
अब सवाल यह है कि कितना निवेश करें? अगर आप हर महीने 12,500 रुपये नहीं जमा कर पाते, तो रोजाना 416 रुपये बचाकर साल भर में 1.5 लाख रुपये जमा कर दें। यह आसान है - बस थोड़ी सी प्लानिंग।
यह निवेश धीरे-धीरे बढ़ता है, जैसे ब्याज पर ब्याज लगता रहता है। अगर आप 35 साल की उम्र से शुरू करें, तो 60 साल की उम्र तक यह रकम तैयार हो जाएगी।
अब रिटायरमेंट के बाद की बात। एससीएसएस उन लोगों के लिए है जो 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के हैं। अगर आप 55 साल में रिटायर हो चुके हैं, तो 55 साल से भी शुरू कर सकते हैं। इसमें एकल खाते में 15 लाख और संयुक्त खाते में 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। ब्याज दर 8.2 प्रतिशत है, जो तिमाही आधार पर मिलता है।
मान लीजिए आपने पीपीएफ में 25 साल निवेश किया और 60 साल की उम्र में 1.03 करोड़ रुपये मिले। अब इसमें से 30 लाख रुपये एससीएसएस के संयुक्त खाते में डाल दें। बाकी 73 लाख रुपये आपके पास बच जाएंगे। इस 30 लाख पर:
यह पेंशन 5 साल तक मिलेगी। उसके बाद आप मूल 30 लाख निकाल सकते हैं या 3 साल और बढ़ा सकते हैं। खास बात - ब्याज दर मैच्योरिटी तक फिक्स रहती है, भले सरकार बाद में बदल दे।
ये योजनाएं बिना रिस्क की हैं, क्योंकि सरकार गारंटी देती है। पीपीएफ से लंबे समय में पूंजी बढ़ती है, जबकि एससीएसएस से नियमित आय। साथ ही टैक्स बचत भी। अगर आप जल्दी शुरू करें, तो रिटायरमेंट आसान हो जाएगा। लेकिन याद रखें, पीपीएफ में सालाना लिमिट 1.5 लाख है। एससीएसएस में उम्र की शर्त है। पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर खाता खोलें।
मुख्य तथ्य (की फैक्ट्स)
पीपीएफ योजना: लंबे समय का सुरक्षित निवेश
पीपीएफ एक सरकारी योजना है, जो लंबे समय के लिए पैसे बढ़ाने में मदद करती है। इसमें सालाना 7.1 प्रतिशत ब्याज मिलता है, जो तिमाही आधार पर जोड़ा जाता है। कोई भी व्यक्ति इसमें निवेश शुरू कर सकता है। इसकी मैच्योरिटी 15 साल की है, लेकिन आप इसे 5-5 साल बढ़ा सकते हैं। सबसे अच्छी बात - यह पूरी तरह टैक्स फ्री है। सालाना 1.5 लाख रुपये तक निवेश पर इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है।
अब सवाल यह है कि कितना निवेश करें? अगर आप हर महीने 12,500 रुपये नहीं जमा कर पाते, तो रोजाना 416 रुपये बचाकर साल भर में 1.5 लाख रुपये जमा कर दें। यह आसान है - बस थोड़ी सी प्लानिंग।
- 15 साल बाद: आपका कुल पैसा 41.35 लाख रुपये हो जाएगा। इसमें आपका मूल निवेश 22.50 लाख और ब्याज 18.85 लाख रुपये।
- 20 साल बाद: रकम बढ़कर 67.69 लाख रुपये। मूल 30 लाख और ब्याज 37.69 लाख।
- 25 साल बाद: आप करोड़पति! कुल 1.03 करोड़ रुपये, जिसमें मूल 37.50 लाख और ब्याज से 65.50 लाख।
यह निवेश धीरे-धीरे बढ़ता है, जैसे ब्याज पर ब्याज लगता रहता है। अगर आप 35 साल की उम्र से शुरू करें, तो 60 साल की उम्र तक यह रकम तैयार हो जाएगी।
एससीएसएस योजना: रिटायरमेंट पर नियमित पेंशन
अब रिटायरमेंट के बाद की बात। एससीएसएस उन लोगों के लिए है जो 60 साल या उससे ज्यादा उम्र के हैं। अगर आप 55 साल में रिटायर हो चुके हैं, तो 55 साल से भी शुरू कर सकते हैं। इसमें एकल खाते में 15 लाख और संयुक्त खाते में 30 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं। ब्याज दर 8.2 प्रतिशत है, जो तिमाही आधार पर मिलता है।
मान लीजिए आपने पीपीएफ में 25 साल निवेश किया और 60 साल की उम्र में 1.03 करोड़ रुपये मिले। अब इसमें से 30 लाख रुपये एससीएसएस के संयुक्त खाते में डाल दें। बाकी 73 लाख रुपये आपके पास बच जाएंगे। इस 30 लाख पर:
- सालाना ब्याज: 30 लाख का 8.2% = 2.46 लाख रुपये।
- तिमाही पेंशन: 2.46 लाख / 4 = 61,500 रुपये हर तीन महीने।
यह पेंशन 5 साल तक मिलेगी। उसके बाद आप मूल 30 लाख निकाल सकते हैं या 3 साल और बढ़ा सकते हैं। खास बात - ब्याज दर मैच्योरिटी तक फिक्स रहती है, भले सरकार बाद में बदल दे।
इन योजनाओं के फायदे: क्यों चुनें पोस्ट ऑफिस?
ये योजनाएं बिना रिस्क की हैं, क्योंकि सरकार गारंटी देती है। पीपीएफ से लंबे समय में पूंजी बढ़ती है, जबकि एससीएसएस से नियमित आय। साथ ही टैक्स बचत भी। अगर आप जल्दी शुरू करें, तो रिटायरमेंट आसान हो जाएगा। लेकिन याद रखें, पीपीएफ में सालाना लिमिट 1.5 लाख है। एससीएसएस में उम्र की शर्त है। पोस्ट ऑफिस या बैंक में जाकर खाता खोलें।
मुख्य तथ्य (की फैक्ट्स)
योजना | ब्याज दर | अधिकतम निवेश | मैच्योरिटी |
पीपीएफ | 7.1% | 1.5 लाख/साल | 15 साल |
एससीएसए | 8.2% | 30 लाख (संयुक्त) | 5 साल |
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