कैसे पाएं पोस्ट ऑफिस से ₹5,550 की मासिक आय? जानें निवेश की पूरी प्रक्रिया
आज के दौर में हर कोई ऐसी निवेश योजना की तलाश में रहता है जहाँ पैसा भी सुरक्षित रहे और हर महीने एक निश्चित आय भी मिलती रहे. खासकर रिटायरमेंट के बाद या उन लोगों के लिए जो रेगुलर इनकम पर निर्भर हैं, उनके लिए मासिक आय योजनाएँ ( Monthly Income Schemes ) वरदान से कम नहीं होतीं. भारत सरकार की डाकघर यानी पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) ऐसी ही एक शानदार योजना है, जो निवेशकों को एकमुश्त पैसा जमा करने पर हर महीने एक निश्चित राशि की गारंटी देती है.
यह स्कीम उन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है जो बाज़ार के जोखिमों से दूर रहना चाहते हैं और फिक्स्ड इनकम चाहते हैं. इस स्कीम का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी सरकारी गारंटी है, यानी आपका पैसा 100% सुरक्षित रहता है.
योजना में अधिकतम निवेश की सीमा है:
यह स्कीम उन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है जो बाज़ार के जोखिमों से दूर रहना चाहते हैं और फिक्स्ड इनकम चाहते हैं. इस स्कीम का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी सरकारी गारंटी है, यानी आपका पैसा 100% सुरक्षित रहता है.
कैसे काम करती है यह योजना?
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) एक 5 साल की अवधि वाली बचत योजना है. इसमें आपको एक बार पैसा जमा करना होता है, और अगले पाँच सालों तक, आपको उस जमा राशि पर मिलने वाले ब्याज का भुगतान हर महीने किया जाता है. 5 साल पूरे होने पर, आपकी मूल राशि (Principal Amount) आपको वापस कर दी जाती है.You may also like
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मासिक ₹5,550 की आय कैसे मिलती है?
MIS स्कीम के तहत मिलने वाली मासिक आय पूरी तरह से आपके निवेश की राशि और मौजूदा ब्याज दर पर निर्भर करती है. वर्तमान में (दिसंबर 2025 तक), इस स्कीम पर सरकार द्वारा 7.4% की सालाना ब्याज दर दी जा रही है.योजना में अधिकतम निवेश की सीमा है:
- सिंगल अकाउंट: एक व्यक्ति अधिकतम ₹9 लाख तक का निवेश कर सकता है.
- जॉइंट अकाउंट (पति और पत्नी): पति और पत्नी मिलकर जॉइंट अकाउंट में अधिकतम ₹15 लाख तक का निवेश कर सकते हैं.
- निवेश की राशि: यदि आप सिंगल अकाउंट में अधिकतम ₹9,00,000 (नौ लाख रुपए) का निवेश करते हैं.
- ब्याज दर: 7.4% सालाना.
- सालाना ब्याज आय: ₹9,00,000 का 7.4% = ₹66,600.
- मासिक आय: ₹66,600 को 12 से भाग देने पर = ₹5,550.
पति और पत्नी के लिए सबसे बड़ा फायदा
जो दंपति इस स्कीम का लाभ उठाना चाहते हैं, उनके लिए यह सबसे ज़्यादा फायदेमंद है. यदि पति और पत्नी मिलकर जॉइंट अकाउंट में अधिकतम ₹15,00,000 (पंद्रह लाख रुपए) का निवेश करते हैं, तो उनकी मासिक आय और भी ज़्यादा हो जाती है:- निवेश की राशि (जॉइंट अकाउंट): ₹15,00,000
- सालाना ब्याज आय: ₹15,00,000 का 7.4% = ₹1,11,000.
- मासिक आय: ₹1,11,000 को 12 से भाग देने पर = ₹9,250.
इस स्कीम की अन्य ज़रूरी बातें
- लॉक इन पीरियड: इस स्कीम की अवधि 5 साल है. आप 1 साल के बाद पैसा निकाल सकते हैं, लेकिन तब आपको कोई लाभ नहीं मिलेगा या जुर्माना देना पड़ सकता है.
- प्रीमैच्योर क्लोजर: यदि आप 1 साल बाद लेकिन 3 साल से पहले पैसा निकालते हैं, तो मूल राशि का 2% काटकर वापस किया जाता है. 3 साल बाद निकालने पर 1% राशि काटी जाती है.
- सुरक्षा: सरकारी योजना होने के कारण यह निवेश पूरी तरह सुरक्षित है और इसमें बाज़ार के उतार चढ़ाव का कोई जोखिम नहीं है.
- पात्रता: कोई भी भारतीय नागरिक इसमें निवेश कर सकता है. 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग के नाम पर भी यह खाता खोला जा सकता है.









