Suzlon Energy Q2 Results; PAT 538% चढ़ा 1279 करोड़ पर, 30 साल का सबसे ऊंचा स्तर; रेवेन्यू 85% बढ़ा
सुजलॉन एनर्जी ने Q2 FY25 के नतीजों से बाजार को चौंका दिया है। कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) 538% सालाना बढ़कर 1279 करोड़ रुपये हो गया, जो 30 सालों का सबसे ज्यादा क्वार्टरली प्रॉफिट है। रेवेन्यू भी 85% उछलकर 3866 करोड़ पर पहुंचा। विंड टर्बाइन बिजनेस की तेज डिलीवरी और टैक्स गेन से यह कमाई बनी। कंपनी का ऑर्डर बुक 6.2 GW को पार कर गया, जो भविष्य के लिए मजबूत संकेत है। स्टॉक में भी 1.1% की तेजी आई!
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने चालू वित्त वर्ष के दूसरे क्वार्टर (Q2 FY25) के नतीजों से निवेशकों को खुश कर दिया है। कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) सालाना आधार पर 538 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी के साथ 1279 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह आंकड़ा कंपनी के 30 साल के इतिहास का सबसे ज्यादा क्वार्टरली प्रॉफिट है। इसी तरह, कुल रेवेन्यू 85 प्रतिशत उछलकर 3866 करोड़ रुपये हो गया। विंड टर्बाइन की तेज डिलीवरी और टैक्स गेन के दम पर यह कमाई हासिल हुई। कंपनी का ऑर्डर बुक अब 6.2 गीगावॉट (GW) को पार कर चुका है, जो आने वाले समय के लिए मजबूत आधार देता है।
एक नजरसुजलॉन के Q2 रिजल्ट्स ने बाजार को सरप्राइज दिया है। पिछले साल के मुकाबले हर प्रमुख आंकड़े में इजाफा हुआ है। नीचे टेबल में देखिए मुख्य हाइलाइट्स (YoY तुलना के साथ):
आंकड़ा (Metric) Q2 FY25 YoY बढ़ोतरी (YoY Growth)
यह PAT का उछाल मुख्य रूप से 717 करोड़ रुपये के अतिरिक्त डिफर्ड टैक्स एसेट से आया। कंपनी का नेट कैश पोजिशन भी मजबूत बना हुआ है, जो 1480 करोड़ रुपये पर खड़ा है।
सुजलॉन ने Q2 में ऑपरेशनल स्तर पर भी रिकॉर्ड बनाया। भारत में इस क्वार्टर की सबसे ज्यादा विंड टर्बाइन डिलीवरी हुई – पूरे 565 मेगावॉट (MW)। कंपनी अब भारत की सबसे बड़ी विंड मैन्युफैक्चरिंग फर्म बन चुकी है, जिसकी कुल कैपेसिटी 4.5 GW है। पहले छमाही (H1) में 2 GW से ज्यादा नए ऑर्डर जुड़े, जिससे कुल ऑर्डर बुक 6.2 GW (30 सितंबर 2025 तक) हो गया।
कंपनी का फोकस पूरी तरह कोर बिजनेस पर है – मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना और 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स को प्रमोट करना। सीईओ जेपी चालसानी ने कहा, "Q2 में भारत में रिकॉर्ड डिलीवरी से हमें मजबूत प्रॉफिट मिला। 6.2 GW का ऑर्डर बुक हमारी स्ट्रैटजी की ताकत को दिखाता है। कोर बिजनेस और वर्ल्ड-क्लास प्रोडक्ट्स से सस्टेनेबल ग्रोथ सुनिश्चित होगी।"
विंड एनर्जी का सुनहरा दौरभारत में विंड एनर्जी की मांग आसमान छू रही है। सरकार का लक्ष्य FY32 तक 122 GW रिन्यूएबल कैपेसिटी का है, जिसमें हाइब्रिड और राउंड-द-क्लॉक (RTC) प्रोजेक्ट्स अहम भूमिका निभाएंगे। कॉर्पोरेट एंड इंडस्ट्री (C&I) सेक्टर को 2030 तक 100 GW रिन्यूएबल एनर्जी की जरूरत है। इस साल 6.6 GW से ज्यादा इंस्टॉलेशन होने का अनुमान है। सुजलॉन इन सभी ट्रेंड्स के लिए पूरी तरह तैयार है, जो लंबी अवधि की कमाई का वादा करता है।
निवेशकों की उम्मीदेंरिजल्ट्स के ऐलान के बाद NSE पर सुजलॉन का शेयर 1.1 प्रतिशत ऊपर बंद हुआ, जो 60.09 रुपये पर पहुंचा। ग्रीन एनर्जी स्टॉक्स में रुचि रखने वाले निवेशक कंपनी की इस ग्रोथ स्टोरी से उत्साहित हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत ऑर्डर बुक और कैश फ्लो से आगे के क्वार्टर्स भी अच्छे रहेंगे।
ये रिजल्ट्स सुजलॉन को रिन्यूएबल एनर्जी के टॉप प्लेयर्स की कतार में मजबूती से खड़ा करते हैं। पर्यावरण-अनुकूल ऊर्जा की दिशा में भारत की प्रगति में कंपनी की भूमिका बढ़ रही है। अगर आप ग्रीन इन्वेस्टमेंट पर नजर रखते हैं, तो सुजलॉन एक वैल्यूएबल ऑप्शन हो सकती है। आने वाले अपडेट्स के लिए बने रहें!
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की दिग्गज कंपनी सुजलॉन एनर्जी ने चालू वित्त वर्ष के दूसरे क्वार्टर (Q2 FY25) के नतीजों से निवेशकों को खुश कर दिया है। कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) सालाना आधार पर 538 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी के साथ 1279 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह आंकड़ा कंपनी के 30 साल के इतिहास का सबसे ज्यादा क्वार्टरली प्रॉफिट है। इसी तरह, कुल रेवेन्यू 85 प्रतिशत उछलकर 3866 करोड़ रुपये हो गया। विंड टर्बाइन की तेज डिलीवरी और टैक्स गेन के दम पर यह कमाई हासिल हुई। कंपनी का ऑर्डर बुक अब 6.2 गीगावॉट (GW) को पार कर चुका है, जो आने वाले समय के लिए मजबूत आधार देता है।
सुजलॉन एनर्जी Q2 के मुख्य आर्थिक नतीजे
एक नजरसुजलॉन के Q2 रिजल्ट्स ने बाजार को सरप्राइज दिया है। पिछले साल के मुकाबले हर प्रमुख आंकड़े में इजाफा हुआ है। नीचे टेबल में देखिए मुख्य हाइलाइट्स (YoY तुलना के साथ):
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आंकड़ा (Metric) Q2 FY25 YoY बढ़ोतरी (YoY Growth)
| PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) | ₹1,279 करोड़ | 538% |
| रेवेन्यू | ₹3,866 करोड़ | 85% |
| EBITDA | ₹721 करोड़ | 145% |
| PBT (प्रॉफिट बिफोर टैक्स) | ₹562 करोड़ | 179% |
यह PAT का उछाल मुख्य रूप से 717 करोड़ रुपये के अतिरिक्त डिफर्ड टैक्स एसेट से आया। कंपनी का नेट कैश पोजिशन भी मजबूत बना हुआ है, जो 1480 करोड़ रुपये पर खड़ा है।
ऑपरेशनल मजबूती: क्या रहा खास?
सुजलॉन ने Q2 में ऑपरेशनल स्तर पर भी रिकॉर्ड बनाया। भारत में इस क्वार्टर की सबसे ज्यादा विंड टर्बाइन डिलीवरी हुई – पूरे 565 मेगावॉट (MW)। कंपनी अब भारत की सबसे बड़ी विंड मैन्युफैक्चरिंग फर्म बन चुकी है, जिसकी कुल कैपेसिटी 4.5 GW है। पहले छमाही (H1) में 2 GW से ज्यादा नए ऑर्डर जुड़े, जिससे कुल ऑर्डर बुक 6.2 GW (30 सितंबर 2025 तक) हो गया।
कंपनी का फोकस पूरी तरह कोर बिजनेस पर है – मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाना और 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स को प्रमोट करना। सीईओ जेपी चालसानी ने कहा, "Q2 में भारत में रिकॉर्ड डिलीवरी से हमें मजबूत प्रॉफिट मिला। 6.2 GW का ऑर्डर बुक हमारी स्ट्रैटजी की ताकत को दिखाता है। कोर बिजनेस और वर्ल्ड-क्लास प्रोडक्ट्स से सस्टेनेबल ग्रोथ सुनिश्चित होगी।"
भविष्य की संभावनाएं
विंड एनर्जी का सुनहरा दौरभारत में विंड एनर्जी की मांग आसमान छू रही है। सरकार का लक्ष्य FY32 तक 122 GW रिन्यूएबल कैपेसिटी का है, जिसमें हाइब्रिड और राउंड-द-क्लॉक (RTC) प्रोजेक्ट्स अहम भूमिका निभाएंगे। कॉर्पोरेट एंड इंडस्ट्री (C&I) सेक्टर को 2030 तक 100 GW रिन्यूएबल एनर्जी की जरूरत है। इस साल 6.6 GW से ज्यादा इंस्टॉलेशन होने का अनुमान है। सुजलॉन इन सभी ट्रेंड्स के लिए पूरी तरह तैयार है, जो लंबी अवधि की कमाई का वादा करता है।
स्टॉक मार्केट पर असर
निवेशकों की उम्मीदेंरिजल्ट्स के ऐलान के बाद NSE पर सुजलॉन का शेयर 1.1 प्रतिशत ऊपर बंद हुआ, जो 60.09 रुपये पर पहुंचा। ग्रीन एनर्जी स्टॉक्स में रुचि रखने वाले निवेशक कंपनी की इस ग्रोथ स्टोरी से उत्साहित हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि मजबूत ऑर्डर बुक और कैश फ्लो से आगे के क्वार्टर्स भी अच्छे रहेंगे।
सुजलॉन की नई ऊंचाइयों की कहानी
ये रिजल्ट्स सुजलॉन को रिन्यूएबल एनर्जी के टॉप प्लेयर्स की कतार में मजबूती से खड़ा करते हैं। पर्यावरण-अनुकूल ऊर्जा की दिशा में भारत की प्रगति में कंपनी की भूमिका बढ़ रही है। अगर आप ग्रीन इन्वेस्टमेंट पर नजर रखते हैं, तो सुजलॉन एक वैल्यूएबल ऑप्शन हो सकती है। आने वाले अपडेट्स के लिए बने रहें!









