भारत में टैक्स बचाने के 5 बेहतरीन निवेश: EEE स्टेटस के साथ पाएं ट्रिपल फायदा

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जब बात इनकम टैक्स बचाने की आती है, तो 'EEE' स्टेटस को निवेश की दुनिया का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। इसका मतलब है Exempt-Exempt-Exempt। सरल शब्दों में कहें तो, आप जो पैसा निवेश करते हैं उस पर टैक्स छूट मिलती है, उस पैसे पर जो ब्याज मिलता है वह टैक्स-फ्री होता है और जब आप अंत में अपना पैसा निकालते हैं, तो वह भी पूरी तरह टैक्स-फ्री होता है।
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वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अगर आप अपनी टैक्स प्लानिंग कर रहे हैं, तो यहाँ 5 ऐसे विकल्प दिए गए हैं जो आपकी जेब और भविष्य दोनों का ख्याल रखेंगे।

1. पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)



पीपीएफ भारत में मध्यम वर्ग का सबसे भरोसेमंद निवेश रहा है। यह पूरी तरह सुरक्षित है क्योंकि इसे भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है।

  • ब्याज दर: फिलहाल इस पर 7.1% सालाना ब्याज मिल रहा है।
  • समय सीमा: यह 15 साल की लंबी अवधि का निवेश है, जिसे आप 5-5 साल के ब्लॉक में आगे बढ़ा सकते हैं।
  • टैक्स लाभ: इसमें निवेश की गई 1.5 लाख तक की राशि पर धारा 80C के तहत छूट मिलती है और इसकी मैच्योरिटी पूरी तरह टैक्स-फ्री है।

2. एम्प्लॉइज प्रोविडेंट फंड (EPF)

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अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो ईपीएफ आपके लिए सबसे आसान और बेहतरीन निवेश है। यह रिटायरमेंट के लिए एक बड़ा फंड बनाने में मदद करता है।

  • ब्याज दर: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए इसकी ब्याज दर 8.25% है, जो इसे काफी आकर्षक बनाती है।
  • फायदा: इसमें आपके साथ-साथ आपकी कंपनी भी योगदान देती है। 9.5% तक का सालाना ब्याज इसमें टैक्स-फ्री रहता है, बशर्ते आप नियमों का पालन करें।

3. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)


अगर आप अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करना चाहते हैं, तो यह योजना सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले सरकारी विकल्पों में से एक है।

  • ब्याज दर: इस पर 8.2% की दर से शानदार ब्याज मिलता है।
  • विशेषता: इसमें किया गया निवेश धारा 80C के दायरे में आता है। बेटी के 21 वर्ष के होने पर मिलने वाली पूरी राशि (ब्याज सहित) टैक्स-फ्री होती है।

4. जीवन बीमा पॉलिसी (चुनिंदा पॉलिसियाँ)




जीवन बीमा न केवल आपके परिवार को सुरक्षा देता है, बल्कि टैक्स बचाने का भी एक जरिया है।

  • नियम: यदि आपकी पॉलिसी का प्रीमियम और बीमा राशि (Sum Assured) सरकार द्वारा तय शर्तों को पूरा करते हैं, तो यह EEE के अंतर्गत आती है।
  • लाभ: प्रीमियम पर 80C की छूट मिलती है और धारा 10(10D) के तहत मैच्योरिटी की राशि टैक्स-फ्री होती है। यह सुरक्षा और बचत का एक संतुलित मेल है।

5. इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स (ELSS)


ईएलएसएस उन लोगों के लिए है जो टैक्स बचाने के साथ-साथ शेयर बाजार की बढ़त का फायदा उठाना चाहते हैं।

  • लॉक-इन पीरियड: इसमें केवल 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, जो सभी टैक्स-बचत विकल्पों में सबसे कम है।
  • टैक्स का गणित: निवेश पर 1.5 लाख तक की छूट मिलती है। हालांकि, मैच्योरिटी पर ध्यान देना जरूरी है: 1.25 लाख रुपये तक का लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स-फ्री है, उससे ऊपर के मुनाफे पर 12.5% टैक्स लगता है। इसलिए यह 'EEE' जैसा ही प्रभाव देता है।

ध्यान रखें कि धारा 80C के तहत इन टैक्स छूटों का लाभ केवल वही लोग उठा सकते हैं जो पुरानी टैक्स व्यवस्था (Old Tax Regime) को चुनते हैं। निवेश करने से पहले केवल टैक्स न देखें, बल्कि अपनी जरूरतों और जोखिम उठाने की क्षमता पर भी विचार करें।






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