यूपीआई ट्रांजैक्शन लिमिट 2025: एनपीसीआई के इन नए नियमों से ब्लॉक हो सकते हैं आपके फोनपे और गूगल पे पेमेंट, पढ़ें पूरी जानकारी
आज के डिजिटल इंडिया के दौर में चाहे चाय की टपरी हो या बड़ा मॉल, हम हर जगह फोनपे, गूगल पे या पेटीएम का ही इस्तेमाल करते हैं। कैश रखने की आदत अब धीरे-धीरे कम हो रही है। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम किसी को पैसे भेज रहे होते हैं और आखिरी वक्त पर पेमेंट अटक जाता है। हम अक्सर मोबाइल ऐप या इंटरनेट को दोष देते हैं, लेकिन असल वजह कुछ और ही होती है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के सख्त नियमों और बैंकों द्वारा तय की गई लिमिट की सही जानकारी न होने की वजह से हमें अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। आज के इस विस्तृत लेख में हम आपको विस्तार से समझाएंगे कि आप एक दिन में कितना पैसा भेज सकते हैं और कहाँ सरकार ने 5 लाख रुपये तक के ट्रांजैक्शन की अनुमति दी है।
यह नियम लगभग सभी प्रमुख बैंकों और सभी लोकप्रिय यूपीआई ऐप्स पर समान रूप से लागू होता है। इसका मतलब यह है कि चाहे आप एक बार में एक लाख रुपये भेजें या छोटी-छोटी किश्तों में कई बार पैसे भेजें, जैसे ही आपकी कुल राशि एक लाख रुपये तक पहुँच जाएगी, आपकी यूपीआई सेवाएँ उस दिन के लिए अस्थायी रूप से बंद हो जाएंगी।
डेली वॉलेट लिमिट: सुरक्षा कारणों से आप एक दिन में इस वॉलेट में अधिकतम ₹4,000 जोड़ सकते हैं।
मैक्सिमम बैलेंस: किसी भी समय आपके वॉलेट में कुल बैलेंस ₹5,000 से अधिक नहीं होना चाहिए।
यह फीचर उन लोगों के लिए बेहतरीन है जो दिन भर में कई छोटे-छोटे ट्रांजैक्शन करते हैं और नहीं चाहते कि हर छोटा पेमेंट उनके बैंक स्टेटमेंट में दिखाई दे।
डिजिटल पेमेंट करना जितना आसान है, उसके नियमों को समझना उतना ही ज़रूरी है। अपनी बैंक लिमिट और एनपीसीआई के इन गाइडलाइंस को ध्यान में रखकर आप आखिरी मिनट की परेशानियों से बच सकते हैं। अगली बार जब आप कोई बड़ा पेमेंट करें, तो यह ज़रूर देख लें कि वह अस्पताल या शिक्षा की श्रेणी में आता है या नहीं, ताकि आप ₹5 लाख की लिमिट का लाभ उठा सकें।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के सख्त नियमों और बैंकों द्वारा तय की गई लिमिट की सही जानकारी न होने की वजह से हमें अक्सर परेशानी का सामना करना पड़ता है। आज के इस विस्तृत लेख में हम आपको विस्तार से समझाएंगे कि आप एक दिन में कितना पैसा भेज सकते हैं और कहाँ सरकार ने 5 लाख रुपये तक के ट्रांजैक्शन की अनुमति दी है।
एक दिन में ₹1 लाख से ज़्यादा का ट्रांजैक्शन क्यों नहीं होता?
अक्सर जब हम किसी को बड़ी रकम भेजने की कोशिश करते हैं और वह फेल हो जाती है, तो हम मान लेते हैं कि बैंक का सर्वर डाउन है। हकीकत यह है कि सुरक्षा और सिस्टम की स्थिरता बनाए रखने के लिए, एनपीसीआई ने सामान्य व्यक्तिगत उपयोग के लिए अधिकतम दैनिक सीमा ₹1,00,000 (एक लाख रुपये) तय की है।यह नियम लगभग सभी प्रमुख बैंकों और सभी लोकप्रिय यूपीआई ऐप्स पर समान रूप से लागू होता है। इसका मतलब यह है कि चाहे आप एक बार में एक लाख रुपये भेजें या छोटी-छोटी किश्तों में कई बार पैसे भेजें, जैसे ही आपकी कुल राशि एक लाख रुपये तक पहुँच जाएगी, आपकी यूपीआई सेवाएँ उस दिन के लिए अस्थायी रूप से बंद हो जाएंगी।
पी2पी और पी2एम ट्रांजैक्शन: पैसों के साथ गिनती पर भी है पहरा
पैसे भेजने की लिमिट सिर्फ रुपयों तक ही सीमित नहीं है, कई बैंकों ने एक दिन में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन की संख्या पर भी पाबंदी लगा रखी है।- पी2पी (Person-to-Person): अगर आप अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को पैसे भेज रहे हैं, तो इसे पी2पी ट्रांजैक्शन कहा जाता है। उदाहरण के तौर पर, यदि आपका खाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में है, तो आप एक दिन में अधिकतम 20 पी2पी ट्रांजैक्शन ही कर सकते हैं।
- पी2एम (Person-to-Merchant): दुकानदारों या व्यापारियों को किए जाने वाले भुगतान के लिए आमतौर पर ऐसी कोई संख्या सीमा नहीं होती है।
खास सेवाओं के लिए ₹5 लाख तक की बड़ी छूट
हर ट्रांजैक्शन पर ₹1 लाख की लिमिट लागू नहीं होती है। कुछ ऐसी ज़रूरी सेवाएँ हैं जहाँ पैसों की ज़रूरत ज़्यादा होती है, वहाँ आम जनता की सुविधा के लिए एनपीसीआई ने इस लिमिट को बढ़ाकर ₹5,00,000 (पांच लाख रुपये) कर दिया है।- अस्पताल और शिक्षा: अगर आप किसी वेरिफाइड अस्पताल में बिल चुका रहे हैं या स्कूल-कॉलेज की फीस भर रहे हैं, तो आप एक बार में ₹5 लाख तक का ट्रांजैक्शन कर सकते हैं।
- टैक्स और निवेश: टैक्स भुगतान, आईपीओ (IPO) आवेदन और आरबीआई रिटेल डायरेक्ट स्कीम जैसे बड़े निवेश के लिए भी यही उच्च सीमा लागू होती है।
छोटे खर्चों के लिए 'पिन-फ्री' यूपीआई लाइट
चाय, नाश्ते या छोटे किराने के सामान के लिए बार-बार पिन डालने के झंझट से बचने के लिए 'यूपीआई लाइट' एक बेहतरीन विकल्प बनकर उभरा है। लेकिन इसकी भी अपनी कुछ सीमाएँ हैं जिन्हें समझना ज़रूरी है।- सिंगल पेमेंट: यूपीआई लाइट का इस्तेमाल करके आप एक बार में अधिकतम ₹1,000 तक का भुगतान कर सकते हैं।
डिजिटल पेमेंट करना जितना आसान है, उसके नियमों को समझना उतना ही ज़रूरी है। अपनी बैंक लिमिट और एनपीसीआई के इन गाइडलाइंस को ध्यान में रखकर आप आखिरी मिनट की परेशानियों से बच सकते हैं। अगली बार जब आप कोई बड़ा पेमेंट करें, तो यह ज़रूर देख लें कि वह अस्पताल या शिक्षा की श्रेणी में आता है या नहीं, ताकि आप ₹5 लाख की लिमिट का लाभ उठा सकें।
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