कोयंबटूर गैंगरेप में पुलिस की गोली से घायल हुए तीन आरोपी गिरफ्तार, कॉलेज छात्रा से की थी हैवानियत
तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर में हाल ही में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहाँ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पीछे एक सुनसान सड़क पर एक कॉलेज छात्रा को उसके प्रेमी के सामने सामूहिक बलात्कार का शिकार बनाया गया। यह जघन्य अपराध 2 नवंबर की रात करीब 10:30 बजे हुआ। घटना के बाद पुलिस ने तुरंत हरकत में आते हुए विशेष टीमें गठित कीं और कुछ ही घंटों में अपराध में शामिल तीनों व्यक्तियों को पकड़ लिया, लेकिन गिरफ्तारी के दौरान हुई मुठभेड़ में तीनों आरोपी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए।
भीषण वारदात और प्रेमी पर हमला
रविवार की रात, छात्रा अपने प्रेमी के साथ कार में बैठी थी, तभी एक दोपहिया वाहन पर सवार तीन व्यक्ति अचानक उनके पास आए और बहस शुरू कर दी। यह विवाद जल्द ही मारपीट में बदल गया। हमलावरों ने अपने पास रखे चाकू और लोहे की छड़ों से कार की खिड़कियाँ तोड़ डालीं। जब कार में बैठा युवक बाहर निकला, तो तीनों ने उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे वह खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। इसके बाद, उन्होंने युवती को कार से खींचकर पास की झाड़ी में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया और मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल युवक ने होश में आने पर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सुबह 4 बजे पुलिस ने दोनों पीड़ितों को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए, अपराध में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए तुरंत 7 विशेष पुलिस टीमें बनाई गईं और गहन जाँच शुरू की गई। चूँकि घटना स्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, पुलिस ने उस ओर जाने वाली सड़कों पर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज से पता चला कि अपराध करने के बाद तीनों व्यक्ति वहाँ से भाग रहे थे।
एनकाउंटर और पुलिसकर्मी पर हमला
तलाशी अभियान के दौरान, पुलिस को पता चला कि तीनों आरोपी कोयंबटूर के थुडियालुर के पास वेल्लाकिनारु पट्टाथारसियाम्मन मंदिर के पास छिपे हुए हैं। जब विशेष टीम उन्हें गिरफ्तार करने पहुँची, तो आरोपियों ने पकड़े जाने से बचने के लिए पुलिस पर हमला कर दिया। गुनाहगारों में से एक ने पुलिस कांस्टेबल चंद्रशेखर पर छिपाए हुए चाकू से हमला कर दिया, जिससे उनके बाएँ हाथ में चोट लग गई। आत्मरक्षा और गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए, पीलामेडु पुलिस निरीक्षक अर्जुन और सरवनमपट्टी पुलिस निरीक्षक ज्ञानशेखरन ने भागने की कोशिश कर रहे तीनों लोगों के पैरों में गोली मार दी। इसके बाद, पुलिस ने ज़ख्मी तीनों आरोपियों को इलाज के लिए कोयंबटूर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
आरोपियों की पहचान और आपराधिक रिकॉर्ड
शुरुआती पुलिस जाँच में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान गुना उर्फ थवासी, सतीश उर्फ करुप्पासामी और कार्तिक उर्फ कालीश्वरन के रूप में हुई है। ये तीनों शिवगंगा जिले के मूल निवासी हैं और कोयंबटूर के इरुकुर के पास एक मकान किराए पर लेकर निर्माण कार्य में लगे थे। पुलिस रिकॉर्ड से पता चला है कि करुप्पासामी और कालीश्वरन सगे भाई हैं और उनके ख़िलाफ़ पहले से ही हत्या, डकैती, मारपीट और चंदन की तस्करी जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इन तीनों के ख़िलाफ़ बलात्कार, चोरी, डकैती और हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है, और आगे की जाँच जारी है।
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भीषण वारदात और प्रेमी पर हमला
रविवार की रात, छात्रा अपने प्रेमी के साथ कार में बैठी थी, तभी एक दोपहिया वाहन पर सवार तीन व्यक्ति अचानक उनके पास आए और बहस शुरू कर दी। यह विवाद जल्द ही मारपीट में बदल गया। हमलावरों ने अपने पास रखे चाकू और लोहे की छड़ों से कार की खिड़कियाँ तोड़ डालीं। जब कार में बैठा युवक बाहर निकला, तो तीनों ने उस पर चाकुओं से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे वह खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। इसके बाद, उन्होंने युवती को कार से खींचकर पास की झाड़ी में ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया और मौके से फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल युवक ने होश में आने पर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद सुबह 4 बजे पुलिस ने दोनों पीड़ितों को बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया।
सीसीटीवी फुटेज और पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए, अपराध में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए तुरंत 7 विशेष पुलिस टीमें बनाई गईं और गहन जाँच शुरू की गई। चूँकि घटना स्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, पुलिस ने उस ओर जाने वाली सड़कों पर लगे कैमरों की फुटेज खंगाली। फुटेज से पता चला कि अपराध करने के बाद तीनों व्यक्ति वहाँ से भाग रहे थे।
एनकाउंटर और पुलिसकर्मी पर हमला
तलाशी अभियान के दौरान, पुलिस को पता चला कि तीनों आरोपी कोयंबटूर के थुडियालुर के पास वेल्लाकिनारु पट्टाथारसियाम्मन मंदिर के पास छिपे हुए हैं। जब विशेष टीम उन्हें गिरफ्तार करने पहुँची, तो आरोपियों ने पकड़े जाने से बचने के लिए पुलिस पर हमला कर दिया। गुनाहगारों में से एक ने पुलिस कांस्टेबल चंद्रशेखर पर छिपाए हुए चाकू से हमला कर दिया, जिससे उनके बाएँ हाथ में चोट लग गई। आत्मरक्षा और गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए, पीलामेडु पुलिस निरीक्षक अर्जुन और सरवनमपट्टी पुलिस निरीक्षक ज्ञानशेखरन ने भागने की कोशिश कर रहे तीनों लोगों के पैरों में गोली मार दी। इसके बाद, पुलिस ने ज़ख्मी तीनों आरोपियों को इलाज के लिए कोयंबटूर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
आरोपियों की पहचान और आपराधिक रिकॉर्ड
शुरुआती पुलिस जाँच में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों की पहचान गुना उर्फ थवासी, सतीश उर्फ करुप्पासामी और कार्तिक उर्फ कालीश्वरन के रूप में हुई है। ये तीनों शिवगंगा जिले के मूल निवासी हैं और कोयंबटूर के इरुकुर के पास एक मकान किराए पर लेकर निर्माण कार्य में लगे थे। पुलिस रिकॉर्ड से पता चला है कि करुप्पासामी और कालीश्वरन सगे भाई हैं और उनके ख़िलाफ़ पहले से ही हत्या, डकैती, मारपीट और चंदन की तस्करी जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। पुलिस ने इन तीनों के ख़िलाफ़ बलात्कार, चोरी, डकैती और हत्या के प्रयास जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है, और आगे की जाँच जारी है।









