गर्लफ्रेंड ने जूता फेंका और शख्स ने 18 बार वार कर ली जान; हत्या से पहले दूसरी महिला संग थे संबंध
प्रेम और गुस्से की आग में जलता एक रिश्ता कभी-कभी खतरनाक मोड़ ले लेता है। इंग्लैंड के ह्यूटन शहर में ऐसी ही एक दर्दनाक घटना घटी, जहां एक महिला को उसके साथी ने क्रूरता से मार डाला। यह हत्या बदले की भावना से भरी थी, जो कुछ दिनों पहले हुए झगड़े से उपजी।
रिश्ते में उलझनें और झगड़ा
32 साल की रेबेका कैंपबेल और माइकल ऑरमेंडी के बीच दोस्ती हाल ही में शुरू हुई थी। लेकिन जल्द ही उनके रिश्ते में दरारें पड़ने लगीं। दोनों अक्सर आपस में भिड़ते थे। 12 अप्रैल को एक झगड़े ने बात को और बिगाड़ दिया। इस दौरान रेबेका ने गुस्से में माइकल पर जूता फेंका और थप्पड़ भी मारा। जवाब में माइकल ने भी हाथापाई की। गवाहों का कहना है कि रेबेका ने कभी चाकू भी उठाने की कोशिश की थी। यही पुराना गुस्सा चार दिनों बाद हत्या का कारण बन गया।
हत्या का खौफनाक मंजर
16 अप्रैल को रेबेका के घर में यह भयानक वारदात हुई। हत्या से ठीक पहले माइकल ने एक दूसरी महिला को मैसेज भेजकर पब में बुलाया। वहां दोनों ने शराब पी और एक कमरे में संबंध बनाए । उसके बाद माइकल ने उस महिला से कहा कि उसे बच्चों से मिलना है, इसलिए वह उनकी मां के घर जा रहा है। अदालत में उस महिला ने बयान दिया, "हमने वोडका पी और फिर संबंध बनाए। फिर ऑरमेंडी ने कहा कि उसे अपने बच्चों से मिलना है, इसलिए उनकी मां के घर जा रहा है। मैं भी वहां से अपने काम पर लौट आई।" रास्ते में माइकल ने मैसेज किया कि 'एक जरूरी काम निपटाना है।'
घर पहुंचते ही माइकल ने देखा कि रेबेका फोन पर अपने दोस्त से बात कर रही थी। वह फौरन भड़क गया और हमला कर दिया। फोन पर सुन रहे दोस्त ने बताया कि अचानक रेबेका चिल्लाई, "बाहर जाओ बाहर जाओ माइक"। फिर सामान गिरने की आवाज आई और सब शांत हो गया। दोस्त ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लेकिन तब तक माइकल ने चाकू से रेबेका पर 18 बार ताबड़तोड़ वार कर दिए। रेबेका घायल होकर घर से बाहर भागी, चीखें मारती हुई गली में मदद मांगी। मदद के लिए पहुंचे लोगों से उसने पूछा, "क्या मैं मरने वाली हूं...?" ये उसके अंतिम शब्द साबित हुए। अगले दिन अस्पताल में रेबेका की मौत हो गई।
अदालत में सनसनीखेज खुलासे
अदालत की कार्यवाही में इस मामले के कई चौंकाने वाले राज सामने आ रहे हैं। जांच से पता चला कि हत्या से पहले माइकल ने दूसरी महिला के साथ समय बिताया था। माइकल ने कोर्ट में अपना अपराध कबूल करने से साफ मना कर दिया है। यह हत्या बेहद सनसनीखेज तरीके से अंजाम दी गई, जो प्रेम के अंधेरे पक्ष को उजागर करती है। मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।
रिश्ते में उलझनें और झगड़ा
32 साल की रेबेका कैंपबेल और माइकल ऑरमेंडी के बीच दोस्ती हाल ही में शुरू हुई थी। लेकिन जल्द ही उनके रिश्ते में दरारें पड़ने लगीं। दोनों अक्सर आपस में भिड़ते थे। 12 अप्रैल को एक झगड़े ने बात को और बिगाड़ दिया। इस दौरान रेबेका ने गुस्से में माइकल पर जूता फेंका और थप्पड़ भी मारा। जवाब में माइकल ने भी हाथापाई की। गवाहों का कहना है कि रेबेका ने कभी चाकू भी उठाने की कोशिश की थी। यही पुराना गुस्सा चार दिनों बाद हत्या का कारण बन गया।
हत्या का खौफनाक मंजर
16 अप्रैल को रेबेका के घर में यह भयानक वारदात हुई। हत्या से ठीक पहले माइकल ने एक दूसरी महिला को मैसेज भेजकर पब में बुलाया। वहां दोनों ने शराब पी और एक कमरे में संबंध बनाए । उसके बाद माइकल ने उस महिला से कहा कि उसे बच्चों से मिलना है, इसलिए वह उनकी मां के घर जा रहा है। अदालत में उस महिला ने बयान दिया, "हमने वोडका पी और फिर संबंध बनाए। फिर ऑरमेंडी ने कहा कि उसे अपने बच्चों से मिलना है, इसलिए उनकी मां के घर जा रहा है। मैं भी वहां से अपने काम पर लौट आई।" रास्ते में माइकल ने मैसेज किया कि 'एक जरूरी काम निपटाना है।'
घर पहुंचते ही माइकल ने देखा कि रेबेका फोन पर अपने दोस्त से बात कर रही थी। वह फौरन भड़क गया और हमला कर दिया। फोन पर सुन रहे दोस्त ने बताया कि अचानक रेबेका चिल्लाई, "बाहर जाओ बाहर जाओ माइक"। फिर सामान गिरने की आवाज आई और सब शांत हो गया। दोस्त ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। लेकिन तब तक माइकल ने चाकू से रेबेका पर 18 बार ताबड़तोड़ वार कर दिए। रेबेका घायल होकर घर से बाहर भागी, चीखें मारती हुई गली में मदद मांगी। मदद के लिए पहुंचे लोगों से उसने पूछा, "क्या मैं मरने वाली हूं...?" ये उसके अंतिम शब्द साबित हुए। अगले दिन अस्पताल में रेबेका की मौत हो गई।
अदालत में सनसनीखेज खुलासे
अदालत की कार्यवाही में इस मामले के कई चौंकाने वाले राज सामने आ रहे हैं। जांच से पता चला कि हत्या से पहले माइकल ने दूसरी महिला के साथ समय बिताया था। माइकल ने कोर्ट में अपना अपराध कबूल करने से साफ मना कर दिया है। यह हत्या बेहद सनसनीखेज तरीके से अंजाम दी गई, जो प्रेम के अंधेरे पक्ष को उजागर करती है। मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।
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