दिल्ली मेट्रो किराया 2025: सफर हुआ महंगा, जानिए जेब पर कितना पड़ेगा असर

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दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने 25 अगस्त 2025 से मेट्रो के किराए में बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह वृद्धि 1 रुपये से 4 रुपये तक की गई है, जबकि एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर अधिकतम 5 रुपये तक का इजाफा हुआ है। 2017 के बाद यह पहली बढ़ोतरी है। डीएमआरसी का कहना है कि यह एक "मिनिमल इन्क्रीज" है, जिसका उद्देश्य यात्रियों पर कम से कम बोझ डालना है। आइए जानते हैं कि इस बढ़ोतरी से अलग-अलग दूरी के यात्रियों और उनकी मासिक जेब पर क्या प्रभाव पड़ेगा।


आठ साल बाद किराया क्यों बढ़ा?


दिल्ली मेट्रो ने पिछली बार 2017 में किराए में बदलाव किया था। यानी पूरे आठ साल बाद यात्रियों को किराए में बढ़ोतरी झेलनी पड़ रही है। DMRC का कहना है कि यह बदलाव परिचालन लागत और सुविधाओं के संतुलन के लिए किया गया है, ताकि सार्वजनिक परिवहन सुलभ भी रहे और सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहें।

दूरी के हिसाब से बढ़ा किराया: जानिए नई रेट लिस्ट


किराया बढ़ोतरी को यात्रा की दूरी के हिसाब से कई स्लैब में बांटा गया है। यह वृद्धि साधारण दिनों के साथ-साथ राष्ट्रीय अवकाश और रविवार के लिए भी लागू होगी।


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नई किराया दरें (Normal Days Fare)


0–2 किमी : ₹10 → ₹11
2–5 किमी : ₹20 → ₹21
5–12 किमी : ₹30 → ₹31
12–21 किमी : ₹40 → ₹42
21–32 किमी : ₹50 → ₹54
32 किमी से अधिक : ₹60 → ₹64

रविवार और राष्ट्रीय अवकाश का किराया


0–2 किमी : ₹10 → ₹11
2–5 किमी : ₹10 → ₹11
5–12 किमी : ₹20 → ₹21
12–21 किमी : ₹30 → ₹32
21–32 किमी : ₹40 → ₹43
32 किमी से अधिक : ₹50 → ₹52


एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन


इस रूट पर भी यात्रियों को अब 1 रुपये से 5 रुपये ज्यादा देने होंगे। एयरपोर्ट तक का सफर करने वालों के लिए यह मामूली बढ़ोतरी भी हर रोज़ के खर्च में बड़ा अंतर ला सकती है।

यात्रियों की जेब पर मासिक प्रभाव


भले ही हर ट्रिप पर 1 या 2 रुपये का फर्क मामूली लगे, लेकिन दैनिक यात्रियों के लिए यह एक बड़ा बदलाव है। उदाहरण के लिए, यदि कोई यात्री 21-32 किमी की दूरी हर दिन ऑफिस आने-जाने के लिए तय करता है, तो उसे अब हर ट्रिप पर 4 रुपये ज्यादा देने होंगे। महीने में लगभग 22-25 वर्किंग दिनों के हिसाब से यह खर्च सीधा 200 रुपये या उससे भी ज्यादा बढ़ सकता है। यह बढ़ोतरी उन लोगों के बजट को प्रभावित करेगी जो मेट्रो को अपने दैनिक आवागमन का एकमात्र साधन मानते हैं।

डीएमआरसी का कहना है कि यह बढ़ोतरी "न्यूनतम" है, लेकिन रोज़ाना मेट्रो का उपयोग करने वाले यात्रियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण वित्तीय बोझ साबित हो सकती है।