‘एक दीवाने की दीवानियत’ ओटीटी पर धमाल मचाने को तैयार, जानें कब आएगी नेटफ्लिक्स पर

Newspoint
बॉलीवुड की नई रोमांटिक फिल्म एक दीवाने की दीवानियत ने थिएटर्स में एंट्री की है। हर्षवर्धन राणे और सोनम बाजवा की जोड़ी दर्शकों को एक अनोखी प्रेम कहानी से जोड़ रही है। फिल्म अभी सिनेमाघरों में चल रही है, लेकिन जल्द ही घर बैठे ओटीटी पर उपलब्ध हो जाएगी। सेंसर में कुछ बदलावों के बावजूद अभिनेता का कहना है कि अच्छी फिल्म दर्शक ही सुपरहिट बनाते हैं।
Hero Image


फिल्म की कहानी


फिल्म राजनेता विक्रमादित्य की जिंदगी पर बनी है, जो अदा नाम की एक बिंदास लड़की से प्यार कर बैठता है। लेकिन उनकी मोहब्बत धीरे-धीरे अंधेरी राह पर चली जाती है। हर्षवर्धन राणे ने विक्रमादित्य का किरदार निभाया है, जबकि सोनम बाजवा अदा रंधावा बनी हैं। बाकी भूमिकाओं में शाद रंधावा, सचिन खेडेकर, अनंत नारायण महादेवन और राजेश खेरा जैसे कलाकार हैं। यह कहानी प्यार के उस रूप को दिखाती है जो सीमाओं से परे चला जाता है।

थिएटर और ओटीटी रिलीज


फिल्म 21 अक्टूबर 2025 को दिवाली के दिन पर सिनेमाघरों में रिलीज हुई। यह थम्मा फिल्म के साथ रिलीज हुई, लेकिन अभी भी थिएटर्स में दिखाई जा रही है। ओटीटी पर यह नेटफ्लिक्स के प्लेटफॉर्म पर थिएटर रिलीज के 45 से 60 दिनों के अंदर आ जाएगी। अभी तक मेकर्स ने कोई आधिकारिक तारीख नहीं बताई है। दर्शक थिएटर्स में जाकर इसका मजा ले सकते हैं या फिर घर पर वेट कर सकते हैं।

You may also like



सेंसर और प्रोडक्शन की चुनौतियां


फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास कराने में कुछ दिक्कतें आईं। एक 2 मिनट 12 सेकंड का सीन काटा गया, 1 सेकंड का मंत्रालय का विजुअल हटाया गया, "उसके साथ सोना" वाला डायलॉग डिलीट किया गया। दो जगह "रावण" शब्द को "विलेन" से बदल दिया गया, रामायण का कोई जिक्र हटा दिया गया और "माल" को "लड़की" से रिप्लेस किया गया। एडवांस बुकिंग में भी परेशानी हुई, क्योंकि थम्मा को ज्यादा स्क्रीन्स मिलीं और प VR इनॉक्स पर असमान व्यवहार का आरोप लगा। सेट पर एक अजीब आग की घटना भी हुई।

अभिनेता का पक्ष


हर्षवर्धन राणे ने सेंसर बोर्ड के फैसलों पर कहा, “I stand by CBFC policies as they are meant to safeguard our cultural values and avoid any unintentional harm to Indian sensibilities. If they believe the word Raavan should be replaced with villain, I completely support their decision. As for the audience, if a film isn’t great, even a U/A certificate can’t save it. But if it’s a good film, the audience will turn it into a superhit.”


एडवांस बुकिंग की दिक्कतों पर उन्होंने कहा, “I have a double PhD in being taken lightly. I secretly enjoy being underestimated because it fuels my quiet fire. Our first day of advance booking was affected, but I’m glad corrections were made. In the short term, underestimation may impact a film, but in the long run, it only strengthens my resolve. I believe in the power of romance in the eyes, resilience in the heart, and the audience’s final verdict.”

फिल्म को आलोचकों और दर्शकों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिली हैं, लेकिन हर्षवर्धन राणे दर्शकों के फैसले पर यकीन रखते हैं।


Loving Newspoint? Download the app now
Newspoint