राष्ट्रीय एकता दिवस 2025: सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर एकता नगर में देशभक्ति की अनोखी झलक
भारत की एकता और अखंडता का प्रतीक राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार पटेल की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने स्वतंत्र भारत को एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई। इस वर्ष 2025 में उनकी 150वीं जयंती पर आयोजन अतिरिक्त उत्साहपूर्ण होंगे। गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित एकता नगर, जो सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वतमालाओं के बीच बसा है, इसकी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता के साथ 'एकता में विविधता' का संदेश देता है। यह दिवस देशवासियों को राष्ट्रीय एकजुटता की सीख देता है।
 सरदार पटेल का योगदान और एकता दिवस का महत्व
 
राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार पटेल के योगदान को याद करता है, जिन्होंने 562 रियासतों को एक सूत्र में बांधकर आधुनिक भारत की नींव रखी। उनकी दृढ़ता के कारण उन्हें "राष्ट्रीय एकता के वास्तुकार और भारत के लौह पुरुष" कहा जाता है। यह दिवस देश की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक है। हर साल होने वाले इस आयोजन से लोग सरदार पटेल के नेतृत्व और देशभक्ति की प्रेरणा लेते हैं।
 एकता नगर में भव्य परेड का आयोजन
 
इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस परेड केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) CAPFs और राज्य पुलिसों द्वारा अपनी कुशलता, अनुशासन और साहस का प्रदर्शन करेंगी। परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) BSF, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) CRPAF, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) CISF, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ITBP और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) SSB के साथ असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, केरल और आंध्र प्रदेश की पुलिस बल शामिल होंगी।
परेड में घुड़सवार और ऊंटों पर सवार टुकड़ियां, स्वदेशी कुत्तों नस्लों की प्रदर्शन, मार्शल आर्ट्स और निहत्थे युद्ध कौशल के प्रदर्शन होंगे। महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री को सलामी देने वाली गार्ड ऑफ ऑनर एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में होगी। सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की महिला कर्मी मार्शल आर्ट्स और निहत्थे युद्ध कौशल दिखाएंगी, जो भारत की बेटियों की ताकत और हिम्मत को दर्शाएगा।
 विशेष आकर्षण: स्वदेशी तत्वों का प्रदर्शन
 
परेड के मुख्य आकर्षणों में बीएसएफ के केवल भारतीय नस्ल के कुत्तों वाली मार्चिंग टुकड़ी, गुजरात पुलिस का घुड़सवार दस्ता, असम पुलिस का मोटरसाइकिल स्टंट शो, बीएसएफ का ऊंट दस्ता और ऊंटों पर सवार बैंड शामिल हैं। स्वदेशी कुत्ते नस्लें जैसे रामपुर हाउंड और मुधोल हाउंड अपनी क्षमताएं दिखाएंगी। ये नस्लें बीएसएफ के अभियानों में सहायक के रूप में महत्वपूर्ण रही हैं, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूत करती हैं। हाल ही में ऑल इंडिया पुलिस डॉग कॉम्पिटिशन में मुधोल हाउंड "रिया" ने पहला स्थान जीता और यह परेड में डॉग स्क्वाड का नेतृत्व करेगी।
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के युवा कैडेट्स और स्कूल बैंड्स अपनी अनुशासित और उत्साही प्रस्तुतियों से "एकता ही शक्ति है" का संदेश देंगे। भारतीय वायुसेना की सूर्या किरण टीम का शानदार एयर शो परेड को और भव्य बनाएगा।
 
"एकता में विविधता" के संदेश को मजबूत करने के लिए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के टेबलॉक्स परेड का हिस्सा होंगे। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), एनडीआरएफ, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, मणिपुर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पुदुच्चेरी के 10 टेबलॉक्स शामिल होंगे।
परेड को और आकर्षक बनाने के लिए बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी, दिल्ली पुलिस, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और जम्मू-कश्मीर के बैंड भाग लेंगे। इस वर्ष परेड में सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र विजेता और बीएसएफ के 16 वीरता पदक विजेता शामिल होंगे। ये बहादुर लोग झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों में असाधारण साहस दिखाया। बीएसएफ के कर्मियों ने पश्चिमी सीमा पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी बेजोड़ वीरता और नायकत्व का प्रदर्शन किया।
 
परेड के साथ ही संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में 900 कलाकार भारत के शास्त्रीय नृत्यों की प्रस्तुति देंगे, जो हमारी संस्कृति की समृद्ध विविधता और राष्ट्रीय एकता को उजागर करेगा। राष्ट्रीय एकता दिवस के उत्सव राष्ट्रीय एकता, सद्भाव और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देते हैं तथा नागरिकों को इन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। सभी नागरिकों को सक्रिय रूप से भाग लेने और इस भव्य उत्सव का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। 1 से 15 नवंबर 2025 तक एकता नगर में भारत पर्व का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक प्रदर्शन और खान-पान महोत्सव शामिल होंगे। यह महोत्सव 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर विशेष कार्यक्रमों के साथ समाप्त होगा, जो हमारी आदिवासी समुदायों की गौरवपूर्ण संस्कृति और लचीले स्वभाव को रेखांकित करेगा।
 
सरदार पटेल का योगदान और एकता दिवस का महत्व
 राष्ट्रीय एकता दिवस सरदार पटेल के योगदान को याद करता है, जिन्होंने 562 रियासतों को एक सूत्र में बांधकर आधुनिक भारत की नींव रखी। उनकी दृढ़ता के कारण उन्हें "राष्ट्रीय एकता के वास्तुकार और भारत के लौह पुरुष" कहा जाता है। यह दिवस देश की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय एकजुटता का प्रतीक है। हर साल होने वाले इस आयोजन से लोग सरदार पटेल के नेतृत्व और देशभक्ति की प्रेरणा लेते हैं।
एकता नगर में भव्य परेड का आयोजन
 इस वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस परेड केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) CAPFs और राज्य पुलिसों द्वारा अपनी कुशलता, अनुशासन और साहस का प्रदर्शन करेंगी। परेड में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) BSF, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) CRPAF, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) CISF, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ITBP और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) SSB के साथ असम, त्रिपुरा, ओडिशा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, केरल और आंध्र प्रदेश की पुलिस बल शामिल होंगी।
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परेड में घुड़सवार और ऊंटों पर सवार टुकड़ियां, स्वदेशी कुत्तों नस्लों की प्रदर्शन, मार्शल आर्ट्स और निहत्थे युद्ध कौशल के प्रदर्शन होंगे। महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री को सलामी देने वाली गार्ड ऑफ ऑनर एक महिला अधिकारी के नेतृत्व में होगी। सीआईएसएफ और सीआरपीएफ की महिला कर्मी मार्शल आर्ट्स और निहत्थे युद्ध कौशल दिखाएंगी, जो भारत की बेटियों की ताकत और हिम्मत को दर्शाएगा।
विशेष आकर्षण: स्वदेशी तत्वों का प्रदर्शन
 परेड के मुख्य आकर्षणों में बीएसएफ के केवल भारतीय नस्ल के कुत्तों वाली मार्चिंग टुकड़ी, गुजरात पुलिस का घुड़सवार दस्ता, असम पुलिस का मोटरसाइकिल स्टंट शो, बीएसएफ का ऊंट दस्ता और ऊंटों पर सवार बैंड शामिल हैं। स्वदेशी कुत्ते नस्लें जैसे रामपुर हाउंड और मुधोल हाउंड अपनी क्षमताएं दिखाएंगी। ये नस्लें बीएसएफ के अभियानों में सहायक के रूप में महत्वपूर्ण रही हैं, जो आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूत करती हैं। हाल ही में ऑल इंडिया पुलिस डॉग कॉम्पिटिशन में मुधोल हाउंड "रिया" ने पहला स्थान जीता और यह परेड में डॉग स्क्वाड का नेतृत्व करेगी।
राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के युवा कैडेट्स और स्कूल बैंड्स अपनी अनुशासित और उत्साही प्रस्तुतियों से "एकता ही शक्ति है" का संदेश देंगे। भारतीय वायुसेना की सूर्या किरण टीम का शानदार एयर शो परेड को और भव्य बनाएगा।
विविधता का प्रतीक: राज्य टेबलॉक्स
"एकता में विविधता" के संदेश को मजबूत करने के लिए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के टेबलॉक्स परेड का हिस्सा होंगे। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी), एनडीआरएफ, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह, मणिपुर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और पुदुच्चेरी के 10 टेबलॉक्स शामिल होंगे।
परेड को और आकर्षक बनाने के लिए बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी, दिल्ली पुलिस, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और जम्मू-कश्मीर के बैंड भाग लेंगे। इस वर्ष परेड में सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र विजेता और बीएसएफ के 16 वीरता पदक विजेता शामिल होंगे। ये बहादुर लोग झारखंड में नक्सल विरोधी अभियानों और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों में असाधारण साहस दिखाया। बीएसएफ के कर्मियों ने पश्चिमी सीमा पर ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी बेजोड़ वीरता और नायकत्व का प्रदर्शन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भारत पर्व
परेड के साथ ही संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में 900 कलाकार भारत के शास्त्रीय नृत्यों की प्रस्तुति देंगे, जो हमारी संस्कृति की समृद्ध विविधता और राष्ट्रीय एकता को उजागर करेगा। राष्ट्रीय एकता दिवस के उत्सव राष्ट्रीय एकता, सद्भाव और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देते हैं तथा नागरिकों को इन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं। सभी नागरिकों को सक्रिय रूप से भाग लेने और इस भव्य उत्सव का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। 1 से 15 नवंबर 2025 तक एकता नगर में भारत पर्व का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों के सांस्कृतिक प्रदर्शन और खान-पान महोत्सव शामिल होंगे। यह महोत्सव 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर विशेष कार्यक्रमों के साथ समाप्त होगा, जो हमारी आदिवासी समुदायों की गौरवपूर्ण संस्कृति और लचीले स्वभाव को रेखांकित करेगा।










