2025 दशहरा स्पेशल: दिल्ली-एनसीआर में रावण दहन के 6 शानदार स्पॉट
भारत में दशहरा या विजयादशमी का त्योहार अच्छाई की बुराई पर जीत का प्रतीक है। इसका मुख्य आकर्षण रावण दहन होता है, जहां रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के बड़े पुतले जलाए जाते हैं। दिल्ली का यह आयोजन अपनी भव्यता के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर है। हजारों पर्यटक और स्थानीय लोग इसमें हिस्सा लेते हैं। रामायण की कहानियों पर आधारित नाटक, आतिशबाजी और उत्सव का माहौल यहां का खास आकर्षण है। आइए जानें दिल्ली-एनसीआर के छह चुनिंदा स्थान जहां यह उत्सव देखने लायक है।
रामलीला मैदान, दिल्ली (अजमेरी गेट)
यह जगह हर साल रावण दहन का ऐतिहासिक केंद्र बन जाती है। यहां रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के विशाल पुतले जलाए जाते हैं। आतिशबाजी की चमक और मेले जैसा हलचल भरा माहौल यहां की खासियत है। इस मैदान का पुराना इतिहास उत्सव को और महत्वपूर्ण बना देता है।
लाल किला मैदान, पुरानी दिल्ली (लाल किले के मैदान)
पुरानी दिल्ली का यह मैदान रावण दहन के लिए मशहूर है। पीछे लाल किले की भव्य इमारतें सांस्कृतिक धरोहर को त्योहार से जोड़ देती हैं। रामायण के दृश्यों पर नाटकीय प्रस्तुतियां और पुतला दहन का नजारा देखने लायक होता है। यह जगह इतिहास और उत्सव का अनोखा संगम है।
यह स्टेडियम खुले मैदानों में रावण दहन का शानदार आयोजन करता है। यहां जलाए जाने वाले पुतले बहुत बड़े होते हैं और आतिशबाजी का नजारा यादगार रहता है। परिवारों के लिए यह सुरक्षित और रंगीन विकल्प है। विशाल जगह होने से भीड़ का दबाव कम रहता है।
द्वारका सेक्टर-10, डीडीए ग्राउंड्स
पश्चिम दिल्ली के लोगों के बीच यह जगह लोकप्रिय है। समुदाय की भागीदारी से दशहरा का उत्सव बड़े स्तर पर मनाया जाता है। पुतला दहन के अलावा पारंपरिक व्यंजनों की दुकानें, बच्चों के लिए झूले और उत्सवी माहौल यहां का आकर्षण है।
जनकपुरी रामलीला ग्राउंड
जनकपुरी का यह आयोजन परिवारों के अनुकूल और अच्छी तरह प्रबंधित होता है। ज्यादा जगह होने से मेले जैसा एहसास होता है। सांस्कृतिक नृत्य, छोटे नाटक और आतिशबाजी का मजा ले सकते हैं।
नोएडा स्टेडियम और सेक्टर-62 ग्राउंड्स
नोएडा वासियों के लिए यह सबसे सही स्थान है। पुतला दहन, आतिशबाजी और भव्य कार्यक्रम यहां पूरे जोश से होते हैं। मेट्रो से दिल्ली के लोगों को भी पहुंचना आसान है। यह जगह उत्सव को रौनक प्रदान करती है।
रामलीला मैदान, दिल्ली (अजमेरी गेट)
यह जगह हर साल रावण दहन का ऐतिहासिक केंद्र बन जाती है। यहां रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के विशाल पुतले जलाए जाते हैं। आतिशबाजी की चमक और मेले जैसा हलचल भरा माहौल यहां की खासियत है। इस मैदान का पुराना इतिहास उत्सव को और महत्वपूर्ण बना देता है।
लाल किला मैदान, पुरानी दिल्ली (लाल किले के मैदान)
पुरानी दिल्ली का यह मैदान रावण दहन के लिए मशहूर है। पीछे लाल किले की भव्य इमारतें सांस्कृतिक धरोहर को त्योहार से जोड़ देती हैं। रामायण के दृश्यों पर नाटकीय प्रस्तुतियां और पुतला दहन का नजारा देखने लायक होता है। यह जगह इतिहास और उत्सव का अनोखा संगम है।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (जेएलएन स्टेडियम), नई दिल्ली
यह स्टेडियम खुले मैदानों में रावण दहन का शानदार आयोजन करता है। यहां जलाए जाने वाले पुतले बहुत बड़े होते हैं और आतिशबाजी का नजारा यादगार रहता है। परिवारों के लिए यह सुरक्षित और रंगीन विकल्प है। विशाल जगह होने से भीड़ का दबाव कम रहता है।
द्वारका सेक्टर-10, डीडीए ग्राउंड्स
पश्चिम दिल्ली के लोगों के बीच यह जगह लोकप्रिय है। समुदाय की भागीदारी से दशहरा का उत्सव बड़े स्तर पर मनाया जाता है। पुतला दहन के अलावा पारंपरिक व्यंजनों की दुकानें, बच्चों के लिए झूले और उत्सवी माहौल यहां का आकर्षण है।
जनकपुरी रामलीला ग्राउंड
जनकपुरी का यह आयोजन परिवारों के अनुकूल और अच्छी तरह प्रबंधित होता है। ज्यादा जगह होने से मेले जैसा एहसास होता है। सांस्कृतिक नृत्य, छोटे नाटक और आतिशबाजी का मजा ले सकते हैं।
नोएडा स्टेडियम और सेक्टर-62 ग्राउंड्स
नोएडा वासियों के लिए यह सबसे सही स्थान है। पुतला दहन, आतिशबाजी और भव्य कार्यक्रम यहां पूरे जोश से होते हैं। मेट्रो से दिल्ली के लोगों को भी पहुंचना आसान है। यह जगह उत्सव को रौनक प्रदान करती है।
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