बिना दिल के भी जिंदा रहते हैं ये 5 अनोखे जीव, जानकर दंग रह जाएंगे आप
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हम सभी जानते हैं कि इंसान के शरीर में दिल की अहमियत कितनी ज्यादा है। यह ब्लड पंप करके ऑक्सीजन और पोषक तत्व हमारे शरीर के हर हिस्से तक पहुंचाता है। अगर दिल धड़कना बंद कर दे, तो इंसान की जिंदगी भी रुक जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस धरती पर कुछ ऐसे जीव भी मौजूद हैं जिनके पास दिल होता ही नहीं और फिर भी वे आराम से जिंदा रहते हैं।
कैसे जिंदा रहते हैं बिना दिल के जीव?
इन जीवों की शारीरिक संरचना इंसानों और बाकी जानवरों से बिल्कुल अलग होती है। इनका शरीर इस तरह बना होता है कि इन्हें ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने के लिए दिल की जरूरत नहीं पड़ती। ये या तो पानी, डिफ्यूजन प्रक्रिया या खास सिस्टम की मदद से अपने शरीर की जरूरतें पूरी करते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 जीवों के बारे में।
1. जेलीफिश
जेलीफिश समुद्र में पाई जाने वाली सबसे दिलचस्प जीवों में से एक है। इसमें न दिल होता है, न दिमाग और न ही खून। यह अपने शरीर में मौजूद पानी के जरिए ही ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का आदान-प्रदान करता है। इसकी ट्रांसपेरेंट देह ज्यादातर पानी से बनी होती है। जेलीफिश अपनी मांसपेशियों को सिकोड़कर पानी को बाहर निकालती है और इसी प्रक्रिया में सांस भी ले लेती है।
2. फ्लैटवर्म
फ्लैटवर्म का शरीर इतना पतला होता है कि ऑक्सीजन सीधे ही उसके सेल्स तक पहुंच जाती है। इसमें ब्लड सर्कुलेशन सिस्टम नहीं होता, बल्कि यह डिफ्यूजन प्रोसेस से पोषक तत्वों और गैसों का आदान-प्रदान करता है। इसका चपटा शरीर डिफ्यूजन को आसान बनाता है।
3. स्पंज
स्पंज को सबसे साधारण मल्टी-सेल्युलर जीवों में गिना जाता है। इसमें कोई अंग, टिश्यू या दिल नहीं होता। स्पंज अपने शरीर के पोर्स (छिद्रों) से पानी अंदर खींचता है और वहीं से ऑक्सीजन और पोषक तत्व सोख लेता है। यही कारण है कि यह बिना दिल के भी जिंदा रहता है।
4. स्टारफिश
स्टारफिश का शरीर भी अनोखा होता है। इसमें दिल नहीं होता, लेकिन एक वॉटर वैस्कुलर सिस्टम होता है। इस सिस्टम की मदद से स्टारफिश अपने ट्यूब फीट हिलाती है और पोषक तत्वों को पूरे शरीर में पहुंचाती है। खून की जगह इसमें समुद्री पानी सेल्स तक पहुंचाया जाता है।
5. हाइड्रा
हाइड्रा मीठे पानी का एक छोटा जीव है, जो बिना दिल के भी जीता है। इसका शरीर इतना पतला होता है कि ऑक्सीजन और पोषक तत्व सीधे सेल्स तक पहुंच जाते हैं। यह भी डिफ्यूजन प्रक्रिया पर निर्भर रहता है।
जहां इंसानों और जानवरों के लिए दिल जीवन का सबसे अहम हिस्सा है, वहीं ये जीव साबित करते हैं कि प्रकृति हर जीव को उसके हिसाब से अनोखी संरचना देती है। दिल न होने के बावजूद ये जीव लाखों सालों से धरती पर मौजूद हैं और बिना किसी परेशानी के अपनी जिंदगी जी रहे हैं।
कैसे जिंदा रहते हैं बिना दिल के जीव?
इन जीवों की शारीरिक संरचना इंसानों और बाकी जानवरों से बिल्कुल अलग होती है। इनका शरीर इस तरह बना होता है कि इन्हें ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने के लिए दिल की जरूरत नहीं पड़ती। ये या तो पानी, डिफ्यूजन प्रक्रिया या खास सिस्टम की मदद से अपने शरीर की जरूरतें पूरी करते हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 जीवों के बारे में।
1. जेलीफिश
जेलीफिश समुद्र में पाई जाने वाली सबसे दिलचस्प जीवों में से एक है। इसमें न दिल होता है, न दिमाग और न ही खून। यह अपने शरीर में मौजूद पानी के जरिए ही ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का आदान-प्रदान करता है। इसकी ट्रांसपेरेंट देह ज्यादातर पानी से बनी होती है। जेलीफिश अपनी मांसपेशियों को सिकोड़कर पानी को बाहर निकालती है और इसी प्रक्रिया में सांस भी ले लेती है।
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2. फ्लैटवर्म
फ्लैटवर्म का शरीर इतना पतला होता है कि ऑक्सीजन सीधे ही उसके सेल्स तक पहुंच जाती है। इसमें ब्लड सर्कुलेशन सिस्टम नहीं होता, बल्कि यह डिफ्यूजन प्रोसेस से पोषक तत्वों और गैसों का आदान-प्रदान करता है। इसका चपटा शरीर डिफ्यूजन को आसान बनाता है।
3. स्पंज
स्पंज को सबसे साधारण मल्टी-सेल्युलर जीवों में गिना जाता है। इसमें कोई अंग, टिश्यू या दिल नहीं होता। स्पंज अपने शरीर के पोर्स (छिद्रों) से पानी अंदर खींचता है और वहीं से ऑक्सीजन और पोषक तत्व सोख लेता है। यही कारण है कि यह बिना दिल के भी जिंदा रहता है।
4. स्टारफिश
स्टारफिश का शरीर भी अनोखा होता है। इसमें दिल नहीं होता, लेकिन एक वॉटर वैस्कुलर सिस्टम होता है। इस सिस्टम की मदद से स्टारफिश अपने ट्यूब फीट हिलाती है और पोषक तत्वों को पूरे शरीर में पहुंचाती है। खून की जगह इसमें समुद्री पानी सेल्स तक पहुंचाया जाता है।
5. हाइड्रा
हाइड्रा मीठे पानी का एक छोटा जीव है, जो बिना दिल के भी जीता है। इसका शरीर इतना पतला होता है कि ऑक्सीजन और पोषक तत्व सीधे सेल्स तक पहुंच जाते हैं। यह भी डिफ्यूजन प्रक्रिया पर निर्भर रहता है।
जहां इंसानों और जानवरों के लिए दिल जीवन का सबसे अहम हिस्सा है, वहीं ये जीव साबित करते हैं कि प्रकृति हर जीव को उसके हिसाब से अनोखी संरचना देती है। दिल न होने के बावजूद ये जीव लाखों सालों से धरती पर मौजूद हैं और बिना किसी परेशानी के अपनी जिंदगी जी रहे हैं।