स्वस्थ पेट के लिए डाइट में शामिल करें ये फाइबर और प्रोबायोटिक फूड्स

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हमारे पाचन तंत्र का केंद्र होती हैं आंतें, जो शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण और विषैले तत्वों को बाहर निकालने का कार्य करती हैं। आंतों की सेहत बिगड़ने पर न केवल पाचन संबंधी परेशानियां होती हैं, बल्कि इम्यून सिस्टम और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। ऐसे में कुछ विशेष खाद्य पदार्थ ऐसे हैं जो आंतों को स्वस्थ रखने में विशेष योगदान देते हैं।



फाइबर से भरपूर फल और सब्जियां

फाइबर आंतों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है क्योंकि यह मल त्याग को नियमित करता है और आंतों की गति को बनाए रखता है। सेब, गाजर, पपीता, पालक और ब्रोकली जैसी फाइबर युक्त चीज़ें रोजाना डाइट में शामिल करनी चाहिए।


दही और प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ

दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स (अच्छे बैक्टीरिया) आंतों के माइक्रोबायोम को संतुलित रखते हैं। इससे पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा छाछ, किमची और कांजी जैसे पारंपरिक फूड्स भी फायदेमंद हैं।



साबुत अनाज

साबुत गेहूं, ओट्स, ब्राउन राइस और जौ जैसे अनाज फाइबर और जरूरी पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। ये आंतों में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को प्रोत्साहित करते हैं और पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं।


अदरक

अदरक में पाचन एंजाइम को सक्रिय करने की क्षमता होती है। यह आंतों में गैस, सूजन और मरोड़ को कम करता है। रोजाना चाय में या खाने में थोड़ी मात्रा में अदरक का सेवन फायदेमंद रहता है।

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केला

केला एक प्राकृतिक प्रीबायोटिक है, जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है। यह न केवल कब्ज से राहत दिलाता है बल्कि पेट को शांत भी करता है। कच्चा केला भी फाइबर का अच्छा स्रोत है।


हरी पत्तेदार सब्जियां

पालक, मेथी, सरसों जैसी सब्जियां आयरन, फोलेट और मैग्नीशियम से भरपूर होती हैं। ये न केवल पाचन क्रिया को ठीक करती हैं बल्कि आंतों की दीवार को मज़बूत बनाती हैं।


एलोवेरा जूस

एलोवेरा जूस में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो आंतों की सूजन को कम करते हैं। यह एसिडिटी, गैस और आंतों की जलन से राहत दिलाने में भी कारगर है।


पुदीना

पुदीना में मेन्थॉल होता है जो आंतों की मांसपेशियों को आराम देता है और पाचन सुधारता है। यह इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम जैसी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद माना जाता है।



सेब का सिरका

सेब का सिरका आंतों के pH को संतुलित करता है और पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है। इसे गुनगुने पानी में मिलाकर पीने से पेट हल्का रहता है और आंतों की सफाई होती है।


पर्याप्त पानी पीना

पेट और आंतों की सेहत के लिए हाइड्रेशन बहुत जरूरी है। पानी मल को नरम बनाए रखता है और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। दिन में कम से कम 8–10 गिलास पानी जरूर पिएं।

स्वस्थ आंतें ही स्वस्थ शरीर का आधार होती हैं। जब हम अपने आहार में इन उपयोगी खाद्य पदार्थों को शामिल करते हैं, तो पाचन तंत्र मजबूत होता है, इम्यून सिस्टम बेहतर काम करता है और पूरा शरीर ऊर्जावान बना रहता है। आंतों की देखभाल के लिए संतुलित भोजन, पर्याप्त फाइबर और सही जीवनशैली बेहद आवश्यक है।


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