दिवाली 2025: एक खरीदारी, 100 खुशियाँ! जानें इस साल क्या खरीदना है सबसे शुभ
दिवाली हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है, जो 5 दिनों तक मनाया जाता है। इस पर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है और यह भाई दूज पर समाप्त होता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली के दौरान की गई खरीदारी से धन में 13 गुना वृद्धि होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। दिवाली 2025 में खरीदारी के लिए धनतेरस के अलावा, 'पुष्य नक्षत्र' का महासंयोग भी बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में पुष्य नक्षत्र को 'नक्षत्रों का राजा' माना गया है। आइए जानते हैं दिवाली 2025 में किन चीज़ों को खरीदना सबसे शुभ माना जाता है।
शुभ खरीदारी का महत्व
शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और स्थायी समृद्धि को घर में आमंत्रित करने का एक तरीका है। यह माना जाता है कि इन शुभ दिनों में खरीदी गई वस्तुएं लंबे समय तक फलदायी होती हैं और धन की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दिवाली 2025 में खरीदें ये शुभ वस्तुएं
दिवाली के अवसर पर कुछ विशेष वस्तुओं की खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है:
सोना और चांदी
सोना और चांदी को शुद्धता, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस और पुष्य नक्षत्र में इनकी खरीदारी करना सबसे शुभ होता है।
क्यों खरीदें: सोना स्थिरता का प्रतीक है, जबकि चांदी पवित्रता का। इन्हें खरीदने से घर में धन और वैभव का स्थायी वास होता है। आप आभूषण, सिक्के या लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ खरीद सकते हैं।
नए बर्तन
धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदना सदियों पुरानी परंपरा है। विशेषकर पीतल और तांबे के बर्तन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है।
क्यों खरीदें: ये धातुएं समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक हैं। कहा जाता है कि इस दिन घर में खाली बर्तन नहीं लाने चाहिए, उन्हें अनाज या पानी से भरकर लाना चाहिए।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस दिन नई मूर्तियाँ खरीदना और उन्हें स्थापित करना बहुत मंगलकारी माना जाता है।
क्यों खरीदें: मां लक्ष्मी धन और वैभव की देवी हैं, जबकि भगवान गणेश बुद्धि और शुभता के देवता हैं। इनकी नई प्रतिमाओं को घर लाने से सुख-समृद्धि के साथ-साथ ज्ञान की भी प्राप्ति होती है।
झाड़ू
झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस या दिवाली के दिन नई झाड़ू खरीदना एक महत्वपूर्ण और शुभ रिवाज है।
क्यों खरीदें: झाड़ू घर से गंदगी और दरिद्रता को बाहर करती है। नई झाड़ू खरीदने का अर्थ है कि आपने साल भर की नकारात्मकता को दूर कर दिया है और मां लक्ष्मी को अपने घर में आमंत्रित किया है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान और वाहन
पुष्य नक्षत्र और धनतेरस, दोनों ही बड़े निवेश के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं।
क्यों खरीदें: नया वाहन, फ्रिज, टीवी, लैपटॉप या कोई बड़ा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदना उन्नति और आधुनिकता का प्रतीक है। शुभ मुहूर्त में की गई यह खरीदारी लंबे समय तक लाभ देती है।
गोमती चक्र और कौड़ियाँ
ये दोनों ही वस्तुएं मां लक्ष्मी से जुड़ी मानी जाती हैं और इन्हें धन को आकर्षित करने वाला माना जाता है।
क्यों खरीदें: इन्हें खरीदकर पूजा के स्थान पर या तिजोरी में रखने से धन में वृद्धि होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है।
शुभ खरीदारी का महत्व
शुभ मुहूर्त में खरीदारी करना केवल एक परंपरा नहीं है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और स्थायी समृद्धि को घर में आमंत्रित करने का एक तरीका है। यह माना जाता है कि इन शुभ दिनों में खरीदी गई वस्तुएं लंबे समय तक फलदायी होती हैं और धन की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दिवाली 2025 में खरीदें ये शुभ वस्तुएं
दिवाली के अवसर पर कुछ विशेष वस्तुओं की खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है:
सोना और चांदी
सोना और चांदी को शुद्धता, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस और पुष्य नक्षत्र में इनकी खरीदारी करना सबसे शुभ होता है।
क्यों खरीदें: सोना स्थिरता का प्रतीक है, जबकि चांदी पवित्रता का। इन्हें खरीदने से घर में धन और वैभव का स्थायी वास होता है। आप आभूषण, सिक्के या लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ खरीद सकते हैं।
नए बर्तन
धनतेरस के दिन नए बर्तन खरीदना सदियों पुरानी परंपरा है। विशेषकर पीतल और तांबे के बर्तन खरीदना बहुत शुभ माना जाता है।
क्यों खरीदें: ये धातुएं समृद्धि और स्वास्थ्य का प्रतीक हैं। कहा जाता है कि इस दिन घर में खाली बर्तन नहीं लाने चाहिए, उन्हें अनाज या पानी से भरकर लाना चाहिए।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियाँ
दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। इस दिन नई मूर्तियाँ खरीदना और उन्हें स्थापित करना बहुत मंगलकारी माना जाता है।
क्यों खरीदें: मां लक्ष्मी धन और वैभव की देवी हैं, जबकि भगवान गणेश बुद्धि और शुभता के देवता हैं। इनकी नई प्रतिमाओं को घर लाने से सुख-समृद्धि के साथ-साथ ज्ञान की भी प्राप्ति होती है।
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झाड़ू
झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। धनतेरस या दिवाली के दिन नई झाड़ू खरीदना एक महत्वपूर्ण और शुभ रिवाज है।
क्यों खरीदें: झाड़ू घर से गंदगी और दरिद्रता को बाहर करती है। नई झाड़ू खरीदने का अर्थ है कि आपने साल भर की नकारात्मकता को दूर कर दिया है और मां लक्ष्मी को अपने घर में आमंत्रित किया है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान और वाहन
पुष्य नक्षत्र और धनतेरस, दोनों ही बड़े निवेश के लिए बहुत शुभ माने जाते हैं।
क्यों खरीदें: नया वाहन, फ्रिज, टीवी, लैपटॉप या कोई बड़ा इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदना उन्नति और आधुनिकता का प्रतीक है। शुभ मुहूर्त में की गई यह खरीदारी लंबे समय तक लाभ देती है।
गोमती चक्र और कौड़ियाँ
ये दोनों ही वस्तुएं मां लक्ष्मी से जुड़ी मानी जाती हैं और इन्हें धन को आकर्षित करने वाला माना जाता है।
क्यों खरीदें: इन्हें खरीदकर पूजा के स्थान पर या तिजोरी में रखने से धन में वृद्धि होती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर रहती है।