टी20 क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक, इस बल्लेबाज ने 56 गेंदों पर ठोके 219 रन...बनाया रिकॉर्ड
क्रिकेट का खेल अपनी अनिश्चितता और रोमांच के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि क्रिकेट में हर पल कुछ भी हो सकता है और यह खेल दर्शकों को हर ओवर में चौंकाने की क्षमता रखता है। खासतौर पर टी20 फॉर्मेट में, जहां हर गेंद पर रन बनाने का दबाव होता है, वहां किसी बल्लेबाज के लिए दोहरा शतक लगाना लगभग असंभव सा माना जाता है। मगर इतिहास गवाह है कि कुछ बल्लेबाजों ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और अद्भुत कौशल से यह उपलब्धि भी हासिल की है और दर्शकों को अविस्मरणीय पलों का तोहफा दिया है।
साल 2022 में वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर रहकीम कॉर्नवाल ने अमेरिका में अटलांटा ओपन टी20 लीग में 205 रन बनाए। उन्होंने 77 गेंदों की इस पारी में 17 चौके और 22 छक्के जड़े।
अप्रैल 2024 में प्रिंस अलापट नाम के बल्लेबाज ने त्रिशूर डिस्ट्रिक्ट ‘बी’ डिवीजन लीग में ऑक्टोपल्स क्रिकेट क्लब की ओर से खेलते हुए उद्भव स्पोर्ट्स क्लब के खिलाफ 200 रन बनाए। उनकी इस पारी में 23 चौके और 15 छक्के शामिल थे।
टी20 क्रिकेट में दोहरा शतक लगाना किसी सपने से कम नहीं है। सागर कुलकर्णी से लेकर रहकीम कॉर्नवाल और प्रिंस अलापट तक, इन खिलाड़ियों ने यह साबित किया है कि अगर जुनून और आत्मविश्वास हो तो इस छोटे फॉर्मेट में भी बड़े चमत्कार किए जा सकते हैं। यह उपलब्धियां आने वाली पीढ़ियों के क्रिकेटरों को प्रेरित करती रहेंगी और दर्शकों को यह याद दिलाती रहेंगी कि क्रिकेट वास्तव में अनिश्चितताओं का खेल है।
सागर कुलकर्णी की ऐतिहासिक पारी
साल 2008 में सिंगापुर के बल्लेबाज सागर कुलकर्णी ने ऐसा कारनामा किया, जिसने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया। मरीना क्लब के लिए खेलते हुए उन्होंने टी20 क्रिकेट का पहला और सबसे तेज दोहरा शतक ठोक दिया। सागर ने महज 56 गेंदों पर 219 रनों की तूफानी पारी खेली। उनकी इस पारी में 23 चौके और 18 छक्के शामिल थे। यह सिर्फ एक पारी नहीं बल्कि क्रिकेट इतिहास का ऐसा अध्याय था, जिसने इस छोटे फॉर्मेट में बल्लेबाजी की सीमाओं को तोड़कर रख दिया। उनकी इस पारी की बदौलत मरीना क्लब ने 20 ओवरों में 368/3 का विशाल स्कोर खड़ा किया।साथी बल्लेबाज की गवाही
इस ऐतिहासिक पारी के दौरान उनके साथी बल्लेबाज मुलेवा धर्मीचंद ने भी 44 गेंदों पर 89 रन बनाए। उन्होंने सागर की बल्लेबाजी को याद करते हुए कहा, "सागर का सबसे शानदार शॉट एक्स्ट्रा कवर के ऊपर से लगाया गया छक्का था, जो कलंग मैदान से बाहर नेटबॉल कोर्ट में गया।" यह बयान उस समय की विस्फोटक बल्लेबाजी को दर्शाता है। खुद सागर कुलकर्णी ने भी एशियाई क्रिकेट परिषद को दिए बयान में कहा था, "मैं नियमित क्रिकेट में 1 और 2 पर बैटिंग के लिए जाता हूं, लेकिन मैं हर तरफ शॉट भी खेल सकता हूं, जिस तरह से मैंने बल्लेबाजी की, उससे मैं भी हैरान था। यह एक शानदार एहसास है और मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं यह उपलब्धि हासिल कर पाऊंगा, खासकर तब जब वर्ल्ड क्रिकेट में किसी ने ऐसा नहीं किया है।"You may also like
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अन्य बल्लेबाज जिन्होंने दोहरे शतक बनाए
सागर कुलकर्णी के बाद कई और बल्लेबाजों ने टी20 में दोहरा शतक लगाने का कारनामा किया।- साल 2021 में दिल्ली के बल्लेबाज सुबोध भाटी ने इंटर क्लब टी20 मैच में 205 रनों की पारी खेली। उन्होंने 79 गेंदों पर यह स्कोर बनाया और इस दौरान 17 चौके व 17 छक्के लगाए।
टी20 में दोहरा शतक क्यों है खास
टी20 क्रिकेट का फॉर्मेट बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। सिर्फ 120 गेंदों में टीम को अधिकतम रन बनाने होते हैं। ऐसे में किसी एक बल्लेबाज का 200 से ज्यादा रन बनाना असंभव जैसा लगता है। लेकिन जब कोई खिलाड़ी ऐसा कर दिखाता है, तो यह न सिर्फ उसकी काबिलियत बल्कि उसकी मानसिक ताकत और फिटनेस का भी प्रमाण होता है।टी20 क्रिकेट में दोहरा शतक लगाना किसी सपने से कम नहीं है। सागर कुलकर्णी से लेकर रहकीम कॉर्नवाल और प्रिंस अलापट तक, इन खिलाड़ियों ने यह साबित किया है कि अगर जुनून और आत्मविश्वास हो तो इस छोटे फॉर्मेट में भी बड़े चमत्कार किए जा सकते हैं। यह उपलब्धियां आने वाली पीढ़ियों के क्रिकेटरों को प्रेरित करती रहेंगी और दर्शकों को यह याद दिलाती रहेंगी कि क्रिकेट वास्तव में अनिश्चितताओं का खेल है।