6 साल का इंतजार खत्म: कैंपबेल ने जड़ा करियर का पहला धमाकेदार शतक, टीम इंडिया के सामने चुनौती!
भारत और वेस्टइंडीज के बीच दिल्ली में चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में जोश दिखाया। जॉन कैंपबेल ने अपनी बल्लेबाजी से सबको प्रभावित किया। छक्का मारकर शतक पूरा करने वाले कैंपबेल ने टीम को मजबूत बनाया। पहले इनिंग में कमजोर प्रदर्शन के बाद यह पारी वेस्टइंडीज को मुकाबले में बनाए रखने का कारण बनी। कैंपबेल का यह कमाल 6 साल, 25 टेस्ट और 50 इनिंग्स के बाद आया, जो उनके संघर्ष की मिसाल है।
दूसरी इनिंग की शुरुआत में कैंपबेल ने संभलकर खेला और धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी। उन्होंने 199 गेंदों पर 115 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 3 छक्के लगाए। 173 गेंदों पर शतक पूरा करते हुए आखिरी रन छक्के से आया, जो देखने लायक था। यह उनका भारत की सरजमीं पर पहला टेस्ट शतक था। 2019 में लखनऊ में अफगानिस्तान के खिलाफ उनकी सर्वश्रेष्ठ स्कोर 55 रन था। इस पारी से वेस्टइंडीज ने इनिंग हार का खतरा टाल दिया।
महत्वपूर्ण साझेदारी का योगदान
कैंपबेल ने शाई होप के साथ तीसरे विकेट के लिए 295 गेंदों पर 177 रनों की साझेदारी की। यह जोड़ी वेस्टइंडीज के लिए जान बचाने वाली साबित हुई। पहले इनिंग में सिर्फ 10 रन बनाने वाले कैंपबेल ने दूसरी बार कमबैक किया। रवींद्र जडेजा ने उन्हें आउट किया, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। यह साझेदारी टीम को आगे बढ़ाने में मददगार रही।
कैंपबेल का लंबा इंतजार खत्म
कैंपबेल के टेस्ट करियर में तीन अर्धशतक थे, लेकिन शतक का इंतजार 6 साल से चल रहा था। उनकी पिछली सर्वोच्च स्कोर 68 रन थी। कुल मिलाकर, यह उनका दूसरा अंतरराष्ट्रीय शतक था, पहला वनडे में स्कॉटलैंड के खिलाफ आया था। 25 टेस्ट और 50 इनिंग्स के बाद यह उपलब्धि उनके धैर्य को दर्शाती है। वेस्टइंडीज के लिए यह पारी मुकाबले को रोचक बनाने वाली साबित हुई।
कैंपबेल की धमाकेदार पारी
दूसरी इनिंग की शुरुआत में कैंपबेल ने संभलकर खेला और धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ी। उन्होंने 199 गेंदों पर 115 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 3 छक्के लगाए। 173 गेंदों पर शतक पूरा करते हुए आखिरी रन छक्के से आया, जो देखने लायक था। यह उनका भारत की सरजमीं पर पहला टेस्ट शतक था। 2019 में लखनऊ में अफगानिस्तान के खिलाफ उनकी सर्वश्रेष्ठ स्कोर 55 रन था। इस पारी से वेस्टइंडीज ने इनिंग हार का खतरा टाल दिया।
महत्वपूर्ण साझेदारी का योगदान
कैंपबेल ने शाई होप के साथ तीसरे विकेट के लिए 295 गेंदों पर 177 रनों की साझेदारी की। यह जोड़ी वेस्टइंडीज के लिए जान बचाने वाली साबित हुई। पहले इनिंग में सिर्फ 10 रन बनाने वाले कैंपबेल ने दूसरी बार कमबैक किया। रवींद्र जडेजा ने उन्हें आउट किया, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। यह साझेदारी टीम को आगे बढ़ाने में मददगार रही।
कैंपबेल का लंबा इंतजार खत्म
कैंपबेल के टेस्ट करियर में तीन अर्धशतक थे, लेकिन शतक का इंतजार 6 साल से चल रहा था। उनकी पिछली सर्वोच्च स्कोर 68 रन थी। कुल मिलाकर, यह उनका दूसरा अंतरराष्ट्रीय शतक था, पहला वनडे में स्कॉटलैंड के खिलाफ आया था। 25 टेस्ट और 50 इनिंग्स के बाद यह उपलब्धि उनके धैर्य को दर्शाती है। वेस्टइंडीज के लिए यह पारी मुकाबले को रोचक बनाने वाली साबित हुई।
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