फोन छोड़ें, स्मार्ट चश्मों से अब आसानी से करें बिना पिन के UPI भुगतान
हमारे जीवन में तकनीक तेजी से बदलाव ला रही है। पहले पैसे के लिए जेब भारी रखनी पड़ती थी, लेकिन अब स्मार्टफोन ने सब कुछ आसान कर दिया। फिर भी, कई बार फोन निकालना या पिन टाइप करना झंझट भरा लगता है। अब नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक अनोखी सुविधा पेश की है। इसके तहत स्मार्ट ग्लासेस पहनकर आप UPI लाइट के माध्यम से तुरंत भुगतान कर सकेंगे। बस चश्मे से क्यूआर कोड को देखें, आवाज में कहें और आपकपैसे ट्रांसफर हो जाएंगे । यह खासकर छोटे-मोटे खर्चों के लिए डिजाइन किया गया है, जो दैनिक जीवन में बहुत उपयोगी साबित होगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी गवर्नर टी. रवि शंकर ने ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में इसकी शुरुआत की। आइए, जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।
एनपीसीआई ने स्पष्ट किया है कि छोटे मूल्य के लेन-देन के लिए अब मोबाइल फोन की जरूरत नहीं पड़ेगी। न ही आपको पिन नंबर याद रखना होगा। स्मार्ट चश्मा पहनें, जो विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। फिर दुकानदार का क्यूआर कोड चश्मे से स्कैन करें। इसके बाद बस एक साधारण कमांड दें, जैसे "भुगतान करें"। बस इतना ही और आपका ट्रांजेक्शन पूरा। एनपीसीआई ने एक प्रदर्शन वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि यूजर्स बिना हाथ हिलाए, सिर्फ नजर और बोलकर कैसे पैसे भेज सकते हैं। यह सुविधा उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी, जो बाजार में खरीदारी करते समय बैग या सामान से लदे रहते हैं। फोन निकालने का झगड़ा खत्म, पिन डालने की चिंता गई। सब कुछ चश्मे के जरिए संभव।
UPI लाइट: छोटे भुगतानों का स्मार्ट साथी
UPI लाइट को विशेष रूप से कम राशि के भुगतानों के लिए विकसित किया गया है। इससे लेन-देन न केवल तेज होता है, बल्कि सुरक्षित भी रहता है। सामान्य UPI की तरह यह भी डिजिटल वॉलेट की तरह काम करता है, लेकिन बिना जटिलताओं के। एनपीसीआई के अनुसार, यह पहली बार है जब UPI को पहनने योग्य उपकरणों में जोड़ा जा रहा है। स्मार्ट चश्मे में यह फीचर मिलने से बैंकिंग सेवाएं और विस्तार पाएंगी। कल्पना कीजिए, आप सुपरमार्केट में हैं, हाथों में ग्रॉसरी के बैग हैं। दुकानदार क्यूआर दिखाता है, आप चश्मा पहने ही स्कैन करते हैं और कहते हैं, "500 रुपये का पेमेंट करें"। पलक झपकते भुगतान हो गया। कोई कागज, कोई फोन, सिर्फ तकनीक का जादू।
वियरेबल डिवाइसेज का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। घड़ियां, अंगूठियां पहले से ही भुगतान के लिए इस्तेमाल हो रही हैं, लेकिन चश्मे का यह कदम क्रांतिकारी है। एनपीसीआई का कहना है कि इससे उपयोगकर्ताओं को अपार सुविधा मिलेगी। दुकानदारों को भी फायदा होगा, क्योंकि ग्राहक जल्दी पेमेंट करेंगे। सुरक्षित रहने के लिए यह सिस्टम बायोमेट्रिक या वॉयस रिकग्निशन पर आधारित होगा, ताकि गलत हाथों में न जाए। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में लॉन्च होने के बाद, जल्द ही यह बाजार में उपलब्ध हो सकता है। भारत जैसे देश में, जहां डिजिटल पेमेंट का बोलबाला है, यह बदलाव लाखों लोगों की जिंदगी आसान बना देगा।
यह सुविधा न केवल समय बचाएगी, बल्कि डिजिटल इंडिया को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े शॉपिंग मॉल्स तक, हर जगह इसका स्वागत होगा। एनपीसीआई ने जोर दिया है कि यह सुरक्षित और आसान है। यूजर्स को बस स्मार्ट चश्मा अपनाना होगा, जो आने वाले दिनों में सस्ते और सुलभ होंगे। क्या आप तैयार हैं फोन-मुक्त भुगतान के लिए? यह तकनीक हमें एक कदम आगे ले जा रही है, जहां हर चीज हाथों में नहीं, बल्कि आंखों और आवाज में होगी। कुल मिलाकर, स्मार्ट ग्लासेस से UPI पेमेंट रोजमर्रा की चुनौतियों को हल कर देगा।
You may also like
- Credit cards ranked next biggest driver in payment landscape by 65 pc of fintech leaders: Report
- Big Brother ejects star George from house over 'unacceptable language' that can't air
- Nutrition Day: Implementation of various schemes to address nutrition gaps in Gujarat, during PM Modi's 24 years of public service
- Little Nightmares 3 review – disturbing spooks with co-op play only helps enhance the horror
- US shutdown not creating significant flight disruptions: IATA's chief
बिना फोन या पिन के कैसे होगा भुगतान?
एनपीसीआई ने स्पष्ट किया है कि छोटे मूल्य के लेन-देन के लिए अब मोबाइल फोन की जरूरत नहीं पड़ेगी। न ही आपको पिन नंबर याद रखना होगा। स्मार्ट चश्मा पहनें, जो विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। फिर दुकानदार का क्यूआर कोड चश्मे से स्कैन करें। इसके बाद बस एक साधारण कमांड दें, जैसे "भुगतान करें"। बस इतना ही और आपका ट्रांजेक्शन पूरा। एनपीसीआई ने एक प्रदर्शन वीडियो भी जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि यूजर्स बिना हाथ हिलाए, सिर्फ नजर और बोलकर कैसे पैसे भेज सकते हैं। यह सुविधा उन लोगों के लिए वरदान साबित होगी, जो बाजार में खरीदारी करते समय बैग या सामान से लदे रहते हैं। फोन निकालने का झगड़ा खत्म, पिन डालने की चिंता गई। सब कुछ चश्मे के जरिए संभव।
UPI लाइट: छोटे भुगतानों का स्मार्ट साथी
UPI लाइट को विशेष रूप से कम राशि के भुगतानों के लिए विकसित किया गया है। इससे लेन-देन न केवल तेज होता है, बल्कि सुरक्षित भी रहता है। सामान्य UPI की तरह यह भी डिजिटल वॉलेट की तरह काम करता है, लेकिन बिना जटिलताओं के। एनपीसीआई के अनुसार, यह पहली बार है जब UPI को पहनने योग्य उपकरणों में जोड़ा जा रहा है। स्मार्ट चश्मे में यह फीचर मिलने से बैंकिंग सेवाएं और विस्तार पाएंगी। कल्पना कीजिए, आप सुपरमार्केट में हैं, हाथों में ग्रॉसरी के बैग हैं। दुकानदार क्यूआर दिखाता है, आप चश्मा पहने ही स्कैन करते हैं और कहते हैं, "500 रुपये का पेमेंट करें"। पलक झपकते भुगतान हो गया। कोई कागज, कोई फोन, सिर्फ तकनीक का जादू।
पहनने योग्य तकनीक का नया दौर
वियरेबल डिवाइसेज का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। घड़ियां, अंगूठियां पहले से ही भुगतान के लिए इस्तेमाल हो रही हैं, लेकिन चश्मे का यह कदम क्रांतिकारी है। एनपीसीआई का कहना है कि इससे उपयोगकर्ताओं को अपार सुविधा मिलेगी। दुकानदारों को भी फायदा होगा, क्योंकि ग्राहक जल्दी पेमेंट करेंगे। सुरक्षित रहने के लिए यह सिस्टम बायोमेट्रिक या वॉयस रिकग्निशन पर आधारित होगा, ताकि गलत हाथों में न जाए। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में लॉन्च होने के बाद, जल्द ही यह बाजार में उपलब्ध हो सकता है। भारत जैसे देश में, जहां डिजिटल पेमेंट का बोलबाला है, यह बदलाव लाखों लोगों की जिंदगी आसान बना देगा।
भविष्य की संभावनाएं और फायदे
यह सुविधा न केवल समय बचाएगी, बल्कि डिजिटल इंडिया को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े शॉपिंग मॉल्स तक, हर जगह इसका स्वागत होगा। एनपीसीआई ने जोर दिया है कि यह सुरक्षित और आसान है। यूजर्स को बस स्मार्ट चश्मा अपनाना होगा, जो आने वाले दिनों में सस्ते और सुलभ होंगे। क्या आप तैयार हैं फोन-मुक्त भुगतान के लिए? यह तकनीक हमें एक कदम आगे ले जा रही है, जहां हर चीज हाथों में नहीं, बल्कि आंखों और आवाज में होगी। कुल मिलाकर, स्मार्ट ग्लासेस से UPI पेमेंट रोजमर्रा की चुनौतियों को हल कर देगा।