वॉइस स्कैम का नया तरीका: जानिए कैसे आपकी आवाज से हो रही है लाखों की ठगी
सावधान! फोन पर सिर्फ एक बार 'हां' कहना आपको बड़ी मुसीबत में डाल सकता है। तकनीक की इस दुनिया में जहां एक ओर सुविधाएं बढ़ी हैं, वहीं दूसरी ओर साइबर अपराधियों ने ठगी के नए और डरावने तरीके निकाल लिए हैं। आजकल एक ऐसा वॉयस स्कैम चर्चा में है जिसमें जालसाज आपकी आवाज का एक छोटा सा टुकड़ा रिकॉर्ड करके आपके बैंक अकाउंट को खाली कर सकते हैं।
स्कैमर्स का असली मकसद आपसे कोई जानकारी लेना नहीं, बल्कि आपकी आवाज में उस एक शब्द 'हां' (Yes) को रिकॉर्ड करना होता है। एक बार जब उनके पास आपकी आवाज का यह सैंपल आ जाता है, तो वे इसका इस्तेमाल आपकी पहचान के तौर पर डिजिटल सिग्नेचर या वॉइस ऑथेंटिकेशन के लिए करते हैं।
इतना ही नहीं, एआई (AI) और डीपफेक तकनीक के इस दौर में आपकी आवाज के कुछ सेकंड के नमूने से आपकी पूरी आवाज क्लोन की जा सकती है। इसके बाद अपराधी आपके रिश्तेदारों को फोन करके आपकी आवाज में पैसे मांग सकते हैं, जिससे वे आसानी से झांसे में आ जाते हैं।
अनजान नंबरों से सावधान: अगर किसी ऐसे नंबर से कॉल आता है जिसे आप नहीं पहचानते, तो बेहतर है कि आप उसे न उठाएं। अगर उठाना जरूरी हो, तो पहले सामने वाले की बात सुनें।
सवालों का जवाब देने में सावधानी: अगर कॉल पर कोई पूछे "क्या आप मुझे सुन पा रहे हैं?", तो 'हां' कहने के बजाय "मैं सुन रहा हूँ" या "आप कौन बोल रहे हैं?" जैसे वाक्यों का इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि 'हां' शब्द का प्रयोग न करना पड़े।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: बैंक या कोई भी सरकारी संस्था कभी भी फोन पर आपसे आपकी निजी जानकारी या ओटीपी नहीं मांगती। अगर कोई दबाव बनाए, तो तुरंत फोन काट दें।
वॉयस मेल ग्रीटिंग बदलें: कई बार स्कैमर्स आपके वॉयस मेल से आपकी आवाज चुरा लेते हैं। अपने वॉयस मेल में अपना नाम या कोई व्यक्तिगत जानकारी बोलने के बजाय सिस्टम द्वारा दी गई डिफॉल्ट आवाज का ही उपयोग करें।
अकाउंट पर नजर रखें: अपने बैंक स्टेटमेंट और क्रेडिट कार्ड बिल की नियमित जांच करते रहें। अगर कोई भी ऐसा खर्च दिखे जो आपने नहीं किया है, तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
तकनीक के इस दौर में आपका जागरूक होना ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है। याद रखिए, फोन पर की गई एक छोटी सी बातचीत भी आपके लिए जोखिम भरी हो सकती है। अगली बार जब कोई अनजान व्यक्ति आपसे कोई सीधा सवाल पूछे, तो जवाब देने से पहले एक पल रुककर जरूर सोचें।
क्या है 'सिर्फ एक हां' वाला स्कैम?
कल्पना कीजिए कि आपको किसी अनजान नंबर से कॉल आता है। जैसे ही आप फोन उठाते हैं, दूसरी तरफ से आवाज आती है, "क्या आप मुझे सुन सकते हैं?" या "क्या मेरी बात मिस्टर शर्मा से हो रही है?"। स्वाभाविक रूप से आपका जवाब होता है 'हां'। बस, यहीं आप गलती कर बैठते हैं।स्कैमर्स का असली मकसद आपसे कोई जानकारी लेना नहीं, बल्कि आपकी आवाज में उस एक शब्द 'हां' (Yes) को रिकॉर्ड करना होता है। एक बार जब उनके पास आपकी आवाज का यह सैंपल आ जाता है, तो वे इसका इस्तेमाल आपकी पहचान के तौर पर डिजिटल सिग्नेचर या वॉइस ऑथेंटिकेशन के लिए करते हैं।
कैसे होती है ठगी?
आजकल कई बैंक और वित्तीय संस्थान 'वॉयस ऑथेंटिकेशन' की सुविधा देते हैं। स्कैमर आपकी रिकॉर्ड की गई आवाज का उपयोग करके क्रेडिट कार्ड के ट्रांजैक्शन को अप्रूव करने या किसी सर्विस के लिए आपकी सहमति दर्शाने के लिए करते हैं। वे आपकी आवाज को एडिट करके ऐसा दिखा सकते हैं जैसे आपने किसी महंगे सब्सक्रिप्शन या पैसे के लेन-देन के लिए अपनी मंजूरी दी हो।इतना ही नहीं, एआई (AI) और डीपफेक तकनीक के इस दौर में आपकी आवाज के कुछ सेकंड के नमूने से आपकी पूरी आवाज क्लोन की जा सकती है। इसके बाद अपराधी आपके रिश्तेदारों को फोन करके आपकी आवाज में पैसे मांग सकते हैं, जिससे वे आसानी से झांसे में आ जाते हैं।
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इस खतरे से खुद को कैसे बचाएं?
साइबर अपराधी बेहद शातिर होते हैं, लेकिन थोड़ी सी सतर्कता आपको इनका शिकार होने से बचा सकती है। यहाँ कुछ जरूरी बातें दी गई हैं जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए:अनजान नंबरों से सावधान: अगर किसी ऐसे नंबर से कॉल आता है जिसे आप नहीं पहचानते, तो बेहतर है कि आप उसे न उठाएं। अगर उठाना जरूरी हो, तो पहले सामने वाले की बात सुनें।
सवालों का जवाब देने में सावधानी: अगर कॉल पर कोई पूछे "क्या आप मुझे सुन पा रहे हैं?", तो 'हां' कहने के बजाय "मैं सुन रहा हूँ" या "आप कौन बोल रहे हैं?" जैसे वाक्यों का इस्तेमाल करें। कोशिश करें कि 'हां' शब्द का प्रयोग न करना पड़े।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: बैंक या कोई भी सरकारी संस्था कभी भी फोन पर आपसे आपकी निजी जानकारी या ओटीपी नहीं मांगती। अगर कोई दबाव बनाए, तो तुरंत फोन काट दें।
वॉयस मेल ग्रीटिंग बदलें: कई बार स्कैमर्स आपके वॉयस मेल से आपकी आवाज चुरा लेते हैं। अपने वॉयस मेल में अपना नाम या कोई व्यक्तिगत जानकारी बोलने के बजाय सिस्टम द्वारा दी गई डिफॉल्ट आवाज का ही उपयोग करें।
अकाउंट पर नजर रखें: अपने बैंक स्टेटमेंट और क्रेडिट कार्ड बिल की नियमित जांच करते रहें। अगर कोई भी ऐसा खर्च दिखे जो आपने नहीं किया है, तो तुरंत बैंक को सूचित करें।
तकनीक के इस दौर में आपका जागरूक होना ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा है। याद रखिए, फोन पर की गई एक छोटी सी बातचीत भी आपके लिए जोखिम भरी हो सकती है। अगली बार जब कोई अनजान व्यक्ति आपसे कोई सीधा सवाल पूछे, तो जवाब देने से पहले एक पल रुककर जरूर सोचें।









