Hero Image

Gaya बिहार की 22 सीटें ऐसी जहां कभी महिला सांसद नहीं बनी

बिहार न्यूज़ डेस्क बिहार की 22 लोकसभा सीटें ऐसी हैं, जहां कभी कोई महिला नेत्री लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद नहीं बन पाईं. हालांकि इन 22 में कई ऐसी सीटें हैं, जहां दलों ने उन्हें उतारा तथा मुख्य लड़ाई में भी महिला उम्मीदवार रही हैं, पर उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी है. बिहार में 40 सीटें हैं. इनमें पाटलिपुत्र, पटना साहिब, सुपौल, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, उजियारपुर, काराकाट और सारण सीटें वर्ष 2008 में नये नामकरण के साथ अस्तित्व में आयी हैं.

अन्य सीटें पुरानी हैं. इस तरह देखें तो वर्तमान की 22 सीटों पर कभी महिला नहीं जीत सकी हैं.

बिहार की जिन सीटों पर महिला उम्मीदवार लोकसभा का चुनाव नहीं जीत सकी हैं, उनमें बक्सर, पाटलिपुत्र, पटना साहिब जमुई, वाल्मीकिनगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, सारण, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, झंझारपुर, मधेपुरा, अररिया, हाजीपुर, किशनगंज, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और नालंदा शामिल हैं. मालूम हो कि पूर्वी चंपारण पहले मोतिहारी और पश्चिम चंपारण पहले बेतिया लोकसभा सीट से जाने जाते थे.

मुंगेर से राजद की अनिता कुमारी मैदान में

मुंगेर से राजद की अनिता कुमारी मैदान में हैं. जमुई से राजद ने अर्चना रविदास को अपना प्रत्याशी बनाया है. इन सीटों पर पिछला रेकॉर्ड टूटता है या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा. इसके लिए चुनाव की मतगणना होने अर्थात चार जून तक इंतजार करना होगा. वहीं, सीवान से विजया लक्ष्मी और शिवहर से लवली आनंद जदयू के टिकट पर मैदान में हैं. इन दोनों ही सीटों पर वर्तमान महिला सांसद क्रमश कविता सिंह और रमा देवी का टिकट काटकर इन दोनों को मैदान में उतारा गया है. उधर, आरा ऐसी सीट है जहां से कांति सिंह और मीना सिंह को जिताकर इस क्षेत्र की जनता ने संसद में भेजा था.

मीसा तीसरी बार मैदान में

पाटलिपुत्र से वर्ष 20 और 2019 के चुनाव में राजद की मीसा भारती ने भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव को कड़ी टक्कर दी थी, पर उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी है. वह लगातार तीसरी बार मैदान में हैं. काराकाट से वर्ष 20 में राजद की कांति सिंह दूसरे नंबर पर रही थीं. सारण से सांसद रहे लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी आचार्या इस बार मैदान में हैं. समस्तीपुर लोकसभा सीट से जदयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी इस बार लोजपा रामविलास के टिकट से चुनाव लड़ रही हैं.

मोतिहारी से जीती थीं रमा देवी

मोतिहारी से महिला नेत्री रमा देवी राजद के टिकट पर वर्ष 1998 में चुनाव जीती थी, पर नयी सीट पूर्वी चंपारण से कोई महिला सांसद नहीं बनी हैं. इस तरह देखें तो बिहार की वर्तमान 18 लोकसभा सीटों पर ही कभी-न-कभी महिला सांसद बनी हैं. पिछले चुनाव के आंकड़े बताते हैं कि बिहार में 1952 से लेकर अभी तक विभिन्न सीटों से केवल 25 महिलाएं ही सांसद बनी हैं. वर्तमान में चल रहे 18 वीं लोकसभा चुनाव में भी कई महिलाएं मैदान में उतरी हैं. हालांकि इनमें कितनी सफल होंगी, यह तो चुनाव परिणाम ही बताएगा.

 

 

गया न्यूज़ डेस्क 

READ ON APP